- जल संरक्षण व पर्यावरण बचाने के अभियान में जुटे युवाओं का हौसला बढ़ाने को डीसी ने 3 घंटे बिताए गांव में, शहीद राम सिंह को दी श्रद्धांजलि
- हर पौधा तिरंगा तथा हर तलैया तिरंगा अभियान के तहत जल संरक्षण, वृक्षारोपण व पेड़ संरक्षण में जुटे हैं सैंकड़ों युवा
नारनौल, कानोड़ न्यूज । जिला के गांव रामपुरा के युवाओं के हौसलों को उस समय पंख लग गए जब “मिशन महेंद्रगढ़ : अपना जल” अभियान को चला रहे युवाओं को उपायुक्त डा. जय कृष्ण आभीर ने गांव में पहुंचकर शाबाशी दी। इस मौके पर उपायुक्त महोदय का हनुमान मंदिर व जोहड पर ग्रामीणों ने स्वागत किया, पौधारोपण कराया, पहाड़ी पर जल संरक्षण बिन्दुओं का निरीक्षण भी कराया।
जल संरक्षण व पर्यावरण बचाने के अभियान में जुटे युवाओं की मांग पर रामपुरा की पहाड़ी के पास मौक़ा देखकर डीसी ने बांध बनाकर जल संरक्षण की संभावना तलाशने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इस पहाड़ की संरचना को देखते हुए यहां काफी मात्रा में पानी एकत्रित होने की संभावना है।
उसके बाद गांव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पहुंचकर उपायुक्त डा. जय कृष्ण आभीर ने शहीद रामसिंह की प्रतिमा पर पुष्प श्रद्धांजलि समर्पित की। इसी कड़ी के दौरान उपायुक्त महोदय का ग्रामीणों ने पगड़ी पहनाकर स्वागत करते हुए गांव में पीने के पानी के डिस्ट्रीब्यूशन की समस्या बारे अवगत कराया। साथ ही परिवहन के लिए भी रोडवेज़ की पहले चलने वाली सरकारी बस पुन: चलाने की मांग की।
इससे पहले हर पौधा तिरंगा अभियान के तहत गांव में पहाड़ के पास गोचर पंचायती भूमि पर पौधारोपण की शुरुआत की जहां पर उपायुक्त, उनकी धर्मपत्नी ज्योति आभीर, विशिष्ट अतिथि डा. सुनीता यादव व सैंकड़ों युवाओं, गांव के बुजुर्गों व स्कूल में गांव की महिलाओं ने भी 150 से अधिक पौधे लगाए। उन्होंने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराया जाएगा तो अब बारिश के मौसम में “मिशन महेन्द्रगढ: अपना जल” के तहत हर पौधा तिरंगा तथा “सेल्फ़ी विद माय जल तलैया” पर तिरंगा अभियान भी होगा जिसके तहत युवा जल संरक्षण व पौधा संरक्षण में जुटे हुए हैं। यहां रामपुरा व नावदी के युवाओं का जोश देखते ही बनता था जो निश्चित तौर पर इस जल व वृक्ष संरक्षण अभियान को और अधिक ऊंचाई पर ले जाएगा।
डीसी ने लगभग 3 घंटे गांव में बिताए तथा ग्रामीणों के साथ जल संरक्षण, वृक्षारोपण, युवा मार्गदर्शन व पर्यावरण बचाने पर विचार विमर्श किया। उन्होंने नहरी पानी से भरे जा रहे व भली प्रकार संभाले जा रहे जोहड़ का भी ग्रामीणों के साथ निरीक्षण किया। जैसे ही प्राथमिक पाठशाला में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ इन्द्रदेव ने प्रसन्न हो भारी बारिश शुरु कर दी और देखते ही देखते खेत खलिहान अमृत-जल से भर गए और लोगों के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे।
इस मौके पर रामकिशन मास्टर, मदनलाल पुर्व सरपंच, दुष्यंत नम्बरदार, उमराव, लोकेश, दीपक, सतीश, राजपाल, प्रकाश, निर्मल, नीरज, सरदार सिंह, कुलदीप, सत्यवीर, गोपाल, पुर्ण मल, कृष्ण, मंजीत, राजकुमार, विनोद, मनीष, संदीप, मास्टर बिशन शर्मा के अलावा अन्य ग्रामीण मौजूद थे।