पेपर बैग दिवस के अवसर पर चाणक्य एकेडमी में पॉलीथिन का उपयोग ना करने के बारे विशेष ड्राइव का आयोजन 

नारनौल, कानोड़ न्यूज । आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष रजनीश बंसल के दिशा निर्देशानुसार व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंजली जैन के मार्गदर्शन में आज बस स्टैंड के नजदीक चाणक्य एकेडमी में पेपर बैग दिवस के अवसर पर लोगों को पॉलीथिन का उपयोग ना करने के बारे में प्रोत्साहित करने के लिए विशेष ड्राइव का आयोजन किया गया। 

इस मौके पर अधिवक्ता गिरीबाला यादव व रेड क्रॉस सोसाइटी से फर्स्ट एड तथा होम नर्सिंग सीनियर लेक्चरर टेकचंद यादव ने बताया कि पॉलीथिन से गांव से लेकर शहर तक सब जगह कूड़े के ढेर लग रहे हैं। इससे दिन प्रतिदिन पर्यावरण दूषित होता जा रहा है। पॉलिथीन पूरे देश के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। पहले लोग जब बाजार से कुछ सामान लेने जाते थे तो कपड़े का थैला साथ लेकर जाते थे किंतु आज खाली हाथ जाकर दुकानदार से पॉलिथीन मांग कर सामान लाते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब आमजन अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए पॉलिथीन का प्रयोग ना करके कपड़े आदि के थैले का प्रयोग करें। 

उन्होंने बताया कि पहले अखबार के लिफाफे होते थे जिस में खुश होकर हम सामान लाते थे किंतु उसके स्थान पर आज पॉलीथिन का प्रयोग बड़े फैशन के साथ किया जाता है। लेकिन स्मरण रहे कि पृथ्वी तल पर जमा पॉलीथिन जमीन का जल सोखने की क्षमता खत्म कर रही है। इससे भूजल स्तर गिर रहा है जिसका सामना हमें व हमारी आने वाली पीढ़ी को करना पड़ेगा। पॉलीथिन सुविधा के लिए बनाई गई थी लेकिन आज यह एक बहुत बड़ी समस्या का कारण बन गई है। प्राकृतिक तरीके से नष्ट न होने के कारण यह धरती की उर्वरक क्षमता को धीरे-धीरे समाप्त कर रही है और यह सब हम भली भांति जानते हैं। इसीलिए इनका धड़ल्ले से होता इस्तेमाल हम सबको मिलकर रोकना है। इसका जहरीला धुआं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है यह बात जब हमें बच्चे परिवार में बताते हैं तो हम इनकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते लेकिन आज आवश्यकता है कि हमें पॉलीथिन के प्रयोग को जलाने से बंद करना है। 

उन्होंने बताया कि अक्सर यह भी देखा जाता है की पॉलिथीन में लोग कूड़ा भरकर फेंकते हैं जो कूड़े के ढेर में खाद्य पदार्थ खोजते हुए पशु उस पन्नी को निगल जाते हैं और वह उनके पेट में जाने पर वह बीमार हो जाता है तथा उनकी मृत्यु हो जाती है। पॉलीथिन मनुष्य एवं सभी जीव जंतुओं के लिए बहुत हानिकारक है। इसकी रोकथाम से ही इससे निजात पाई जा सकती है। आज समाज के हर व्यक्ति को पॉलीथिन का प्रयोग बंद करना चाहिए तथा इस समस्या से छुटकारा पाने में हम सब अपना पूरा सहयोग करेंगे तभी हम पॉलिथीन मुक्त भारत देश बना पाएंगे।

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