- अग्रोहा धाम में 9 अक्टूबर को लगने वाला वार्षिक मेले के प्रति जनता में बड़ा भारी उत्साह है- बजरंग गर्ग
हिसार, कानोड़ न्यूज । अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने समाज के प्रतिनिधियों की बैठक लेने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि अग्रोहा धाम में 9 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर 39 वां ऐतिहासिक मेला होगा। मेला बाबत जनता में बड़ा भारी उत्साह है। मुख्य कार्यक्रम व सम्मेलन दोपहर 2:00 बजे एक्सेल ग्रुप के चेयरमैन व अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय मुख्य संरक्षक डॉक्टर सुभाष चंद्रा के सानिध्य में होगा। जिसमें देश के कौने-कौने से लोग भारी संख्या में अभी से अग्रोहा धाम पधार रहे हैं। बजरंग गर्ग ने कहा कि नगरों के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अग्रोहा को रेलवे लाईन से जुड़वाने, अग्रोहा को पर्यटन स्थल बनाने व महाराजा अग्रसेन जी का महल जो टीलें के रूप में बदल चुका है उसकी खुदाई का काम जल्द करवाने का हमारी पूरी कोशिश है। अग्रोहा के साथ वैश्य समाज की आस्था जुड़ी हुई है क्योंकि अग्रोहा महाराज अग्रसेन जी की नगरी थी जहां पर महाराजा अग्रसेन जी ने जात पात को खत्म करते हुए आपसी भाईचारा का संदेश दिया और देश को एक सूत्र में बान्धने का काम किया। सरकार को ऐसे महान पुरुष की जीवनी के बारे में देश में ज्यादा से ज्यादा प्रचार करना चाहिए ताकि देश में लगातार जो जात पात का जहर घुलता जा रहा है और छोटे बड़े की जो खुदती जा रही है, महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर उसे खत्म किया जा सके। बजरंग गर्ग ने समाज के व्यक्तियों से विवाह-शादियों में फिजूल खर्च पर अंकुश लगाने, अपने ग्रुप में महाराजा अग्रसेन जी का चित्र लगाए और महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी को ज्यादा से ज्यादा जनता तक पहुंचाएं। जिसमें महाराजा अग्रसेन जी का यह संदेश एक रहेगा भारत देश का नारा देकर भारत देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया था जिसे हमेशा याद किया जाएगा। इस अवसर पर अग्रसेन भवन प्रधान अंजनी खारिया वाले, अग्रोहा धाम जिला प्रधान एनके गोयल, अग्रवाल विकास संगठन के जिला प्रधान सत्यपाल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पवन गर्ग, निर्माण समिति सदस्य ऋषि गर्ग, शहरी युवा प्रधान मोहित गुप्ता, कटला रामलीला के पूर्व प्रधान सज्जन गुप्ता, श्याम मंडल प्रधान सचिन गर्ग, राजेंद्र बंसल, नंद किशोर गर्ग, त्रिलोक कंसल, अभिमन्यु बंसल, राजेंद्र शर्मा, निरंजन गोयल, सुरेश मय्यड़, राहुल गर्ग, सुरेंद्र कुमार आदि समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।
