राजकीय महिला महाविद्यालय में उपशामक (पैलेटिव) जागरूकता कैम्प आयोजित

नारनौल, विनीत पंसारी । सिविल सर्जन डा. धर्मेश कुमार सैनी के दिशा निर्देशानुसार जिला में 1 से 14 अक्टूबर तक मनाए जा रहे विश्व उपशामक (पैलेटिव) देखभाल दिवस व अंतरराष्ट्रीय वृद्धावस्था दिवस के उपलक्ष में आज राजकीय महिला महाविद्यालय में उपशामक (पैलेटिव) जागरूकता कैम्प का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डा. ज्ञान चन्द राणा ने की।

इस मौके पर पर नोडल अधिकारी डा. मनीष यादव मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रहे व मंच संचालन प्राध्यापिका डा. ममता शर्मा ने किया।

इस अवसर पर “उपशामक (पैलेटिव) देखभाल” विषय पर भाषण प्रतियोगिता व पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें विद्यार्थियों ने बढ चढकर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को डा. मनीष यादव व महाविद्यालय के प्राचार्य डा. ज्ञान चन्द ने प्रकष्ट प्रतिभा स्वरूप प्रशंसा पत्र व मोमंटो दिए।  

मुख्य वक्ता के रूप में अपने संबोधन में डा. मनीष यादव ने बताया कि उपशामक (पैलेटिव) देखभाल उन लोगों की चिकित्सा की देखभाल का विशेष रूप है। जिनको गम्भीर बिमारी जैसे कि गुर्दे की, हृदय की, कैसंर व अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं उनकी देखभाल व बीमारियों के लक्षणों में उनकी राहत प्रदान करने के लिए होती है। यह देखभाल प्रशिक्षित डाक्टरों, विशेषज्ञों व नर्सों द्वारा की जाती है। उपशामक (पैलेटिव) यह सुनिश्चित करती है कि उक्त बीमारियों से तनाव और लक्षण जो रोगी को परेशान करते हैं वह कुछ हद तक कम की जा सकती है, और उनके अन्दर जीने की एक नई उमंग जाग्रत करती है। साथ में यह भी बताया गया कि हमे हमारे बुजूर्गो की सेवा व उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और समय समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच करवाते रहना चाहिए ताकि वह अपनी वृद्धावस्था जीवन खुशी से जी सके।

इस अवसर पर प्राध्यापिका डा. गीता यादव, डा. यशपाल, दिनेश कुमार सैनी, विष्णू, नवीन कुमार सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। 

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