वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लक्ष्य में महेन्द्रगढ़ ने निभाई अहम भूमिका

  • टीबी उन्मूलन अभियान में बेहतरीन योगदान के लिए जिला को मिला 5 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार 

नारनौल, कानौड़ न्यूज। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने के उदेश्य से चलाए जा रहे अभियान के तहत हरियाणा सरकार ने महेन्द्रगढ़ जिले को टीबी उन्मूलन अभियान में बेहतरीन योगदान के लिए 5 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार मिला। 

सिविल सर्जन डॉक्टर धर्मेश सैनी ने बताया कि राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला में 11 माइक्रोस्कोपी सेंटर हैं जहां पर बलगम के नमुने से क्षयरोग की जांच की जाती है। इसके साथ-साथ अत्याधुनिक जांच की एक ट्रूनेट मशीन नागरिक अस्पताल महेन्द्रगढ़ में स्थापित की गई है।

एक ट्रूनेट एक सीबीएनएएटी मशीन जिला क्षयरोग केन्द्र नारनौल में स्थापित की गई है। ट्रूनेट व सीबीएनएएटी मशीन में बिगड़ी हुई टीबी की जांच की जाती है व इस जांच की रिपोर्ट के आधार पर मरीज को ईलाज दिया जाता है।

जिला क्षयरोग अधिकारी डा. हर्ष चौहान ने जिले की इस उपलब्धि पर महेन्द्रगढ़ में कार्यरत टीबी के स्टाॅफ को बधाई देते हुए कहा कि भारत सरकार के 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी और बेहतर तरीके से कार्य में तेजी लेकर आएं।

उन्होंने इस उपलब्धि पर राज्य क्षयरोग अधिकारी व स्टेट टीबी सेल के अधिकारियों व कर्मचारियों का धन्यवाद प्रकट किया।

Leave a Reply

Show Buttons
Hide Buttons
error: Content is protected !!