हरियाणा में नकल रोकने से गिरा बोर्ड रिजल्ट प्रतिशत, शिक्षा मंत्री ने प्रश्न पत्र में QR कोड बताई वजह

चंडीगढ़ @ कानोड़ न्यूज । हरियाणा में 10वीं और 12वीं के बोर्ड रिजल्ट प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई है। इस पर प्रदेश के शिक्षामंत्री कंवर पाल गुर्जर की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उनका कहना है कि इस बार सरकार ने नकल पर प्रभावी अंकुश लगाने का काम किया है। प्रश्न पत्र में क्यू आर कोड जैसी तकनीक अपनाकर बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने का काम किया गया है।

इसके साथ ही कोरोना काल के कारण भी परीक्षा परिणाम के प्रतिशत में कमी आने की वजह रही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है, जल्द ही बोर्ड रिजल्ट सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे।

6% प्रतिशत गिरा 12वीं का रिजल्ट
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित 12वीं की परीक्षाओं का परिणाम आ चुका है। इस बार परीक्षा परिणाम पिछले साल के मुकाबले करीब 6% कम रहा है। इस साल 12वीं का परीक्षा परिणाम 81.66 प्रतिशत रहा जबकि पिछले साल का परीक्षा परिणाम 87% से ज्यादा था। 12वीं के मुकाबले 10वीं के परिणाम ज्यादा खराब रहे। इस परीक्षा में पिछले साल के मुकाबले रिजल्ट प्रतिशत में 7% से अधिक की कमी आई है।

बेटों से आगे रही बेटियां
12वीं की परीक्षा में 2,57,116 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 2,09,933 पास हुए तथा 47,183 परीक्षार्थी फेल हो गए। इस परीक्षा में 1,25,696 प्रविष्ठ छात्राओं में से 1,09,491 पास हुई, इनकी पास प्रतिशतता 87.11 रही, जबकि 1,31,420 छात्रों में से 1,00,442 पास हुए, इनकी पास प्रतिशतता 76.43 रही। इस प्रकार छात्राओं ने छात्रों से 10.68 फीसदी ज्यादा पास प्रतिशतता दर्ज कर बढ़त हासिल की है।

83.51% पास हुए प्राइवेट स्कूल के स्टूडेंट्स
इस परीक्षा में राजकीय विद्यालयों की पास प्रतिशतता 80.66 रही तथा प्राइवेट विद्यालयों की पास प्रतिशतता 83.23 रही है। इस परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 83.51 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 77.70 रही है। परीक्षा के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 52.44 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 3,587 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए जिनमें से 1,881 पास हुए।

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