रेवाड़ी । रेवाड़ी में डेंगू के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। डेंगू के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस साल अभी तक डेंगू के 370 मरीज मिल चुके है। पिछले 9 साल की बात करें तो ये सर्वाधिक आंकड़ा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी डेंगू पर कंट्रोल करने के लिए सख्ताई शुरू कर दी है। डेंगू मच्छर का लार्वा पाए जाने पर 6 लोगों के चालान काटे हैं।
चालान काटने की कार्रवाई रेवाड़ी में पहली बार हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक 4745 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 370 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं इस बार शहरी क्षेत्र में 200 के करीब मरीज मिल चुके हैं। हालात यह है कि इस साल डेंगू के मामलों में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2021 व 2022 में जिले में डेंगू के 300 से ज्यादा केस मिले थे, जिससे हालात खराब हो गए थे, परंतु इस बार हालात और भी खराब हैं, आंकड़ा 370 पर पहुंच गया है।
विशेषज्ञों ने बताया कि डेंगू के सामान्य लक्षणों में सिर दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी, आंखों के पीछे दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते होना मुख्य हैं। हेल्थ इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह और दिनेश यादव ने बताया कि जहां भी केस मिल रहे हैं। वहां आसपास के घरों में भी फॉगिंग की जा रही है और लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
2 साल से लगातार बढ़ रहे केस
डेंगू के आंकड़े भी बता रहे हैं कि 2 साल से लगातार डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। वर्ष 2021 में 306 केस मिले थे, जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 324 हो गई। इस बार अक्टूबर में ही आंकड़ा 370 के करीब पहुंच चुका है। अभी एक माह और बाकी है, यानी नवंबर तक डेंगू का असर रहता है।
लोगों को एहतियात बरतने की सलाह
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. कपिल यादव ने बताया कि जिले में डेंगू के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। जांच के बाद डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही अपना इलाज कराएं। डेंगू होने की स्थिति में सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ती है।