करनाल । हरियाणा के करनाल का एक युवक खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। उसका आरोप है कि जब वह अधिकारियों के पास गया तो उसे कहा गया कि कागजी सबूत लेकर आओ। उसने कर्मचारियों को बताया कि वह जिंदा है और गन्नौर स्थित कपड़ा फैक्ट्री में काम कर रहा है। बावजूद इसके उसकी सुनवाई नहीं हुई।
रवि ने बताया कि 6 महीने पहले सरकारी राशन मिलना बंद हो गया। वह SDM ऑफिस गया तो उसे पता चला कि फैमिली आईडी में उसे मृत घोषित कर रखा है। इसी वजह से उसे राशन नहीं मिल रहा। इसके बाद वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए कर्मचारियों के पास गया तो वह उसे बहकाते रहे। हर बार जल्दी ठीक करने की बात कही गई।
रवि ने बताया कि मैं पिछले 3 साल से गन्नौर स्थित एक कपड़े की फैक्ट्री में काम कर रहा हूं। यहां वह अपनी बहन के घर रहता है। रविवार को जब उसकी छुट्टी होती है, तब वह अपने घर असंध जाता है।
सरकारी ऑफिसों के चक्कर काटने के बाद व्यक्ति ने सीएम को चिट्ठी लिखकर गुहार लगाई है।
पिता बोला- कर्मचारी गुमराह कर रहा
असंध के वार्ड नंबर 5 में रहने वाले धर्मपाल का कहना है कि व्यक्ति का कहना है कि परिवार पहचान पत्र (PPP) में 20 वर्षीय बेटे रवि को मृत दिखाया गया है। वह असंध SDM ऑफिस के ई-दिशा केंद्र के चक्कर काट-काटकर थक चुका है। हर बार उसे टरका दिया जाता है।
उसे समझ ही नहीं आ रहा है कि वह कहां जाकर फैमिली आईडी ठीक कराए। SDM ऑफिस में बैठा कर्मचारी उसे गुमराह कर रहा है। वह अपने डॉक्यूमेंट ठीक कराने जाता है तो उसे बहला-फुसलाकर वापस भेज दिया जाता है। अमित उससे कहता है कि यह तो ऊपर से ही ठीक होगा।
धर्मपाल का कहना है कि वह 6 महीने के अंदर मंत्री तक अपनी शिकायत पहुंचा चुका है। लगातार वह भटक रहा है, क्या अभी तक उसकी शिकायत ऊपर तक नहीं पहुंच पाई है। आखिर किसी व्यक्ति को इतना परेशान क्यों किया जा रहा है।
धर्मपाल के बेटे रवि की फोटो। रवि को फैमिली आईडी में मृत दिखाया गया है। इसे ठीक कराने के लिए धर्मपाल लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है।
CM को चिट्ठी लिख शिकायत दी
धर्मपाल ने हरियाणा के CM मनोहर लाल को चिट्ठी लिख शिकायत दी है। उसने बताया कि उसके परिवार में 4 सदस्य हैं। फैमिली आईडी में उसके बेटे रवि को मृत दिखाया हुआ है, जबकि रवि जीवित है। जब वह ऑफिसों में डॉक्यूमेंट ठीक करवाने के लिए जाता है तो उससे उसके बेटे के जिंदा होने का कागजी प्रूफ मांगा जाता है। डिपार्टमेंट के कर्मचारी उसके साथ मजाक कर रहे हैं।
इतनी बड़ी लापरवाही फैमिली आईडी में हुई है, जबकि सरकार फैमिली ID से सुविधाएं देने के बड़े बड़े ढिंढोरे पीट रही है। फैमिली आईडी की वजह से किसी परिवार को इस प्रकार से मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ रहा है, वह सरकार को नजर नहीं आ रहा। उसके बेटे रवि को मृत बताया गया है वह सोनीपत के गन्नौर स्थित फैक्ट्री में काम कर रहा है।
धर्मपाल का आरोप है कि उसने अपने बेटे के डॉक्यूमेंट भी कर्मचारियों को दिखाए, बावजूद इसके फैमिली आईडी ठीक नहीं हुई।
बोले- धक्के खाकर परेशान हुए, अब कोर्ट जाएंगे
धर्मपाल ने कहा कि जब वह बार-बार दफ्तर में जाता है तो उसे सही तरीके से गाइड नहीं किया जाता। लापरवाही किसने की है, वह इसका जरूर पता लगाएगा। इस मामले को कोर्ट लेकर जाएंगे, क्योंकि कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बेटे का जीवन बर्बाद किया जा रहा है। वह धक्के खाकर परेशान हो चुका है। अब उसके सब्र का बांध टूट चुका है।
धर्मपाल द्वारा दी गई सीएम को शिकायत।
SDM बोले- मामला संज्ञान में नहीं
असंध के SDM वीरेंद्र सिंह ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। फिलहाल वह ट्रेनिंग पर हैं। मंगलवार को ऑफिस में जाकर इस मामले में जांच करेंगे। अगर किसी कर्मचारी ने गुमराह किया है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।