- रोहनात के बुजुर्गों के बलिदान की कहानी का होगा सजीव चित्रण
- रोहनात के कुएं और पेड़ आज भी अंग्रेजी हुकूमत के जुल्मों के हैं जीते जागते सुबूत
नारनौल, कानोड़ न्यूज । 1857 की क्रांति में भिवानी जिले के गांव रोहनात के बुजुर्गों के बलिदान की कहानी आम नागरिकों को बताने के लिए आगामी 6 जुलाई को लघु सचिवालय के नजदीक स्थित सभागार में मनीष जोशी द्वारा निर्देशित ‘दास्तान ए रोहनात’ नाटक का मंचन किया जाएगा। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से होने वाला यह कार्यक्रम शाम 6 बजे शुरू हो जाएगा।
यह जानकारी देते हुए जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ऊषा रानी ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हरियाणा सरकार देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले ज्ञात-अज्ञात शहीदों की दास्तां को नाटक के माध्यम से युवा पीढ़ी को बताने का कार्य कर रही है। इससे पहले मई माह में भी 1857 की क्रांति हरियाणा के वीरों के नाम नाटक का मंचन किया गया था।
उन्होंने कहा कि देश के अनेक ऐसे सपूत थे जिनके नाम इतिहास में दर्ज नहीं हो पाए। जाने-अनजाने उन्हें भुला दिया गया लेकिन ये योद्धा देश के लिए अपना फर्ज निभा गए। सरकार का मकसद है कि युवा अपने पूर्वजों के संघर्ष को याद रखें। 6 जुलाई को दिखाए जाने वाले इस नाटक में 1857 की क्रांति में गांव रोहनात के बलिदान को दिखाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नाटक में 29 मई 1857 को ब्रिटिश फौज ने बदला लेने के इरादे से एक बर्बर और शर्मनाक घटना को अंजाम दिया था। बदले की आग में ईस्ट इंडिया कंपनी के सैनिकों ने पूरे गांव को नष्ट कर दिया। दरअसल यह उस दौर की ब्रिटिश अधिकारियों के कत्लेआम की जवाबी कार्रवाई थी।
रोहनात गांव को अंग्रेजों ने उजाड़ कर उसकी हजारों बीघे जमीन महज 800 रुपये में नीलाम कर दी। नाटक में रोहनात गांव के लोगों की वीरता एवं बलिदान को दर्शाया गया। इसमें दर्शाया गया है कि अंग्रेजों के खिलाफ उठने वाली आवाज का किस प्रकार ब्रिटिश सरकार दमन करती है। अंजाम की परवाह न करते हुए भी ग्रामीणों ने मरते दम तक अपने साहस का परिचय दिया था। यह इस नाटक में बखूबी दिखाया गया है। यहां के कुएं और पेड़ आज भी अंग्रेजी हुकूमत के जुल्मों के जीते जागते सुबूत हैं।
इस नाटक में देश प्रदेश के मशहूर कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। यह टीम इससे पहले भी प्रदेश के कई जिलों में अपना कार्यक्रम पेश कर चुकी है। जिला महेंद्रगढ़ के निवासियों को भी 6 जुलाई को एक बेहतरीन नाटक देखने का मौका मिलेगा।