- 22 को जिला के सभी राजकीय विद्यालयों में मैगा पीटीएम का आयोजन होगा
- सभी को निपुण हरियाणा के अधिकारिक फेसबुक, टि्वटर, यूट्यूब से जुड़ने का आह्वान
नारनौल, विनीत पंसारी । शिक्षा क्षेत्र में विकास राष्ट्र के लिए सबसे अहम विकास होता है। शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा हरियाणा मिशन की शुरुआत की गई है। इसके माध्यम से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों तक पहुंचाना है। ऐसे में सभी अधिकारी अभियान के एक-एक बिंदु पर जोर देकर कार्य करें। यह बात जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने आज जिला परियोजना क्रियान्वयन इकाई की मासिक बैठक में कही । इस मौके पर जिला परियोजना क्रियान्वयन इकाई के सदस्य सचिव विजेंद्र श्योराण भी मौजूद थे।
जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने एजेंडा में सभी पहलूओं पर विस्तार से चर्चा की। जिला में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए सभी प्रोजेक्ट्स का बेहतर संचालन के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लॉक एफएलएन समन्वयक के नाम जल्द से जल्द भेजें जाए, ताकि निपुण हरियाणा मिशन के तहत गतिविधियों को विद्यालय स्तर पर लागू किया जा सके।
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि निपुण हरियाणा के अधिकारिक फेसबुक, टि्वटर, यूट्यूब से स्वयं भी जुड़े और अपने तहत आने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, अध्यापकों, प्राध्यापकों, विद्यालय मुखियाओं, एबीआरसी व बीआरसी, विद्यार्थियों, अभिभावकों, एसएमसी मेंबर, पंचायत मेंबर व कम्युनिटी को भी जोड़ें।
उन्होंने कहा कि कॉफी विद डीसी के लिए 40 तक फर्राटेदार पहाड़े सुनाने वाले बच्चों के नाम खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भेजें।
उन्होंने 22 दिसम्बर को जिला महेंद्रगढ़ के सभी राजकीय विद्यालयों में मैगा पीटीएम का आयोजन करने को कहा। यदि कोई अभिभावक किसी कारणवश उस दिन पीटीएम में नहीं आ पाए तो उन्हें अगले दिन बुलाया जाए। पीटीएम से सम्बन्धित गूगल फॉर्म लिंक आपके साथ शेयर कर दिया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय की साफ-सफाई:- विद्यालय प्रांगण, कक्षा-कक्ष, अन्य कक्ष, प्रयोगशालाओं, रसोईघर और शौचालयों की साफ – सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा उन्होंने शिक्षा दीक्षा शैक्षणिक पर्यवेक्षण , खण्ड स्तरीय व जिला स्तरीय पहाड़े प्रतियोगिता
कलस्टर स्तरीय व खण्ड स्तरीय बालगीत लेखन प्रतियोगिता की प्रगति रिपोर्ट, सावधिक और साप्ताहिक आंकलन निर्धारित शेड्यूल अनुसार सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि कलस्टर परियोजना क्रियान्वयन इकाई (सीपीआईयू) और खण्ड परियोजना क्रियान्वयन इकाई (बीपीआईयू) की मासिक बैठक का आयोजन करके सूचना भेजी जाए। दो दिवसीय प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण सम्बन्धित रिपोर्ट निर्धारित तैयार करके जिला समन्वयक को भिजवाई जाए। कार्यपुस्तिका (1-3) व अध्यापक संदर्शिका की डिलीवरी व वितरण सुनिश्चित करवाया जाए। एबीआरसी/बीआरपी द्वारा एफएलएन मॉनिटरिंग का लक्ष्य 100 प्रतिशत पूरा किया जाए।
सभी अध्यापक अपने-अपने कक्षा-कक्षों में ज्यादा से ज्यादा टीएलएम बनाकर दिवारों पर चस्पाएं या रिडिंग कार्नर में रखें। कक्षा-कक्ष का वातावरण प्रिंट-रिच होना चाहिए। शिक्षण के दौरान टीएलई का प्रयोग सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर जिला परियोजना क्रियान्वयन इकाई के सभी सदस्य, डीपीसी शक्ति पाल, डिप्टी डीईओ संतोष कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र, राजसिंह, विकास जयदीप, अल्का, देवेंद्र कुमार, खण्ड मौलिक शिक्षा अधिकारी मदन लाल भाटिया, एपीसी हरमिंदर सिंह, विक्रम सिंह, धर्मबीर सिंह, सम्पर्क फाउंडेशन से मनीष कुमार तथा जिला एफएलएन समन्वयक डॉ. विक्रम सिंह उपस्थित थे।
दिसम्बर माह के आंकलन बिंदु भी निर्धारित
जिला समन्वयक डॉ विक्रम सिंह ने बताया कि निपुण हरियाणा जिला स्कोर बोर्ड के आंकलन बिंदुओं के आधार पर जिले का स्कोर बोर्ड तैयार होता है। दिसम्बर माह के आंकलन बिंदु भी निर्धारित कर दिए गए हैं।
1. क्या अध्यापकों ने स्किल पासबुक को दक्षताओं अनुसार भरा है।
2. क्या कार्य पुस्तिका में दिए गए कार्य पत्रकों द्वारा नियमित रूप से विद्यार्थियों को काम करवाया जा रहा है।
3. क्या विद्यार्थियों का साप्ताहिक आंकलन किया जाता है।
4. क्या कक्षा कक्ष का वातावरण प्रिंट रिच है।
5. कितने प्राथमिक अध्यापकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण समाप्त हो गया है।
6. कितने अभिभावकों को वर्क बुक्स वितरित की जा चुकी हैं।
7. क्या जिले में गुणवत्तापूर्ण डीपीआईयु रिव्यू किया गया है।
