जींद @ कानोड़ न्यूज । सीएम फ्लाइंग (CM Flying), खाद्य एवं सुरक्षा विभाग, पतंजलि (Patanjali) समेत आधा दर्जन देशी घी निर्माता कंपनियों के विजिलेंस अधिकारियों की संयुक्त टीम ने शुक्रवार दोपहर बाद अनाज मंडी के पीछे रूप नगर के मकान में मिलावटी देशी घी (Desi Ghee) तैयार करने की फैक्टरी का भंड़ा फोड़ किया है। छापामार टीम ने मौके से लगभग 960 लीटर विभिन्न ब्रांडिड कंपनियों की पैकिंगों में बंद देशी घी तथा हजारों की संख्या में 20 से ज्यादा प्रसिद्ध ब्रांडों के रैपर तथा गत्ते के कार्टून बरामद किए हैं। छापेमारी की भनक मिलने पर फैक्टरी संचालक फरार हो गया। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम ने विभिन्न ब्रांडों की पैकिंग में बंद घी के दस सैंपल भरे हैं। शहर थाना पुलिस ने देशी घी निर्माता कंपनी के विजिलेंस अधिकारी की शिकायत पर धोखाधड़ी, कॉपीराइट एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि सब्जी मंडी के पीछे रूप नगर में मकान किराये पर लेकर उसमें विभिन्न प्रसिद्ध ब्रांड के देशी घी के नाम पर मिलावटी घी तैयार किया जा रहा है। जिसके आधार पर सीएम फ्लाइंग के निरीक्षक राजदीप, जिला खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी डाॅ. जोगेंद्र, पतांजलि, मधुसूदन समेत आधा दर्जन देशी घी निर्माता कंपनी के विजिलेंस अधिकारी जितेंद्र की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने जब मकान में चल रही फैक्टरी में छापेमारी की तो वहां मदर डेयरी 90 लीटर, मधुसूदन 30 लीटर, पतांजलि 180 लीटर, मिल्क फूड 180 लीटर, नेस्ले अमूल 240 लीटर, अमूल 30 लीटर समेत अन्य प्रसिद्ध ब्रांडों का देशी मिलावटी घी बरामद हुआ। हजारों की संख्या में 20 से ज्यादा देशी घी निर्माता कंपनियों के रैपर तथा गत्ते के कार्टून भी बरामद हुए।
छानबीन के दौरान सामने आया कि फैक्टरी को सब्जी मंडी में किरयाणा की दुकान चलाने वाला श्याम नगर निवासी आनंद संचालित कर रहा था। जो छापा पडने की भनक मिलने पर फरार होने में कामयाब हो गया। आनंद ने लगभग चार माह पहले सब्जी मंडी के पीछे मकान आठ हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से किराये पर लिया था। मकान के बाहर दो दुकानों का प्रयोग किरयाणा के लिए कर रहा था जबकि अंदर रिफाइंड तथा वनस्पती ऑयल को मिला कर उसमें केमिकल की कुछ बूंदे डाल कर मिलावटी देशी घी तैयार किया जा रहा था। शहर थाना पुलिस ने देशी घी निर्माता कंपनी के विजिलेंस अधिकारी जितेंद्र की शिकायत पर आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी, कॉपीराइट एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मकान मालिक विक्रम ने बताया कि लगभग चार माह पहले आनंद ने उस से मकान, दुकान तथा गोदाम बनाने के लिए किराये पर लिया था। दुकानों में किरयाणे का सामान रखा रहता था। पिछले तीन माह से वह अपने मकान पर नहीं आया। किराया उसका समय पर पहुंचता रहा। अंदर क्या चल रहा है, इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।जिला खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी डाॅ. जितेंद्र ने बताया कि फैक्टरी से तैयार किए गए विभिन्न ब्रांडों की पैकिंग में बंद दस घी के सैंपल लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया है।
सीएम फ्लाइंग के डीएसपी रविंद्र कुमार ने बताया कि सूचना के आधार पर छापेमारी कर मिलावटी देशी घी की फैक्टरी का भंडा फोड़ किया गया है। फैक्टरी में केमिकल डाल कर देशी घी तैयार किया जा रहा था। जिसे विभिन्न देशी ब्रांडाें की पैकिंग में बंद कर मार्केट में बेचा जा रहा था। देशी घी निर्माता कंपनियों के अधिकारियों की शिकायत पर शहर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।