25 मई से शुरू होगा नौतपा, पृथ्वी पर पड़ेंगी सूरज की सीधी किरणें, 9 दिन पड़ेगी भीषण गर्मी

महेंद्रगढ़ @ कानोड़ न्यूज । ज्येष्ठ मास शुरू हाेते ही गर्मी भी अपना विकराल रूप दिखाने लगी है। सोमवार काे दिन में तेज धूप के साथ गर्म हवाएं चली जिससे आमजन सड़काें पर केवल जरूरी काम हाेने पर ही घूमते दिखे। दिन का अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

ज्योर्तिवेद पंडित कृष्ण कुमार शर्मा नांवा ने बताया कि इस बार नौतपा अपना पूरा असर दिखाएगा अर्थात इस बार नौतपा में भीषण गर्मी पड़ेगी। यह मानसून के लिहाज से अच्छा संकेत होगा। उन्होंने बताया कि 25 मई गुरुवार रात्रि 8:30 बजे सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही नौतपा का प्रारंभ हो जाएगा। वहीं गुरुवार को पुष्य नक्षत्र का साथ शुभ कार्य निष्पादन हेतु श्रेष्ठ दिन माना गया है जबकि विवाह कार्य को छोड़कर सभी तरह के कार्य किए जा सकते हैं।

जानिए… 9 दिनों में किस कारण पड़ती है तेज गर्मी

पंडित कृष्ण कुमार शर्मा नांवा ने बताया कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश के दौरान नौतपा आरंभ होता है। इन 9 दिनों में सूर्य की किरणें सीधी धरती पर अपनी तपिश छोड़ती हैं जिस कारण इन 9 दिनों में तेज गर्मी पड़ती है। उन्होंने बताया कि सूर्य तेज और प्रताप का प्रतीक है जबकि चंद्रमा शीतलता का।

रोहिणी नक्षत्र का मुख्य रूप से अधिपति चंद्रमा है और सूर्य जब चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो सूर्य इस नक्षत्र को अपने प्रभाव में ले लेता है जिससे रोहिणी नक्षत्र का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और इसी कारण धरती पर आंधी, तूफान आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

जानिए.. क्या होता है नौतपा

सूर्य 15 दिन के लिए रोहिणी नक्षत्र में गोचर जब करता है तब नौतपा लगता है। इन 15 दिनों के पहले के 9 दिन गर्मी का चरम होता है। यही शुरूआती 9 दिन नौतपा कहलाते हैं। मान्यता है कि नौतपा न हो तो बारिश भी अच्छी नहीं होगी।

नौतपा में सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ने पर समुद्र के पानी का वाष्पीकरण तेजी से होता है और इससे बादलों का निर्माण होता है। इससे मानसून में अच्छी बारिश होने के आसार बनते हैं। इस दौरान लू चलने लगती हैं। असल में इसी नौतपा से ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ माना जाता है।

मौसम पूर्वानुमान

चौ. चरण सिंह हकृवि हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में 22 मई से मौसम में एक बार फिर से बदलाव आने तथा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने से 23 मई रात्रि व 24 मई को राज्य के उत्तर-पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में गरज-चमक तथा हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है।

25 मई से एक ओर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है जिससे 26 मई से 28 मई को भी राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच-बीच में बादलवाई तथा हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना है।

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