करनाल @ कानोड न्यूज | हरियाणा में तंबाकू के अधिक सेवन के चलते कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हरियाणा में हर साल औसतन 800 के करीब कैंसर के नए मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से हर 100 मरीजों में से 30 मरीजों में कैंसर का कारण तंबाकू है। इन केसों में मुंह, जीभ और फेफड़ों के कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 29.1 फीसदी पुरुष तंबाकू का सेवन करते हैं। इनमें तंबाकू, सिगरेट, हुक्का, गुटखा और खैनी जैसे नशीले पदार्थ शामिल हैं। इसके मुकाबल, देश में 38 फीसदी पुरुष तंबाकू आदि नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।
2022 में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 2020 से 2022 तक कैंसर के 1632 मरीज बढ़े हैं। इनमें मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के ज्यादा मामले सामने आए हैं। आंकड़ों के अनुसार 2020 में हरियाणा में 29,219 कैंसर के मामले सामने आए थे।
इसके बाद 2022 में कैंसर के मामलों में 1632 की वृद्धि के साथ 30851 दर्ज किए गए। खास बात ये है कि नए केसों के साथ साथ कैंसर से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। 2020-2022 के बीच दो सालों में 888 लोगों की कैंसर से मौत दर्ज की गई है।
ये भी हैं तंबाकू के दुष्प्रभाव
- बालों का झड़ना
- मोतियाबिंद
- दांत में सड़न
- फेफड़ों का कैंसर
- दिल की बीमारी
- पेट का अल्सर
- बदरंग उंगलियां
- विकृत शुक्राणू
तंबाकू से कमजोर हो रहे फेफड़े, हृदय की बीमारी बढ़ रही
तंबाकू का सबसे ज्यादा असर फेफड़ों पर हो रहा है। इससे फेफड़े कमजोर हो रहे हैं। रोजाना ओपीडी में कई मरीज केस सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर आ रहे हैं। सभी का कारण तंबाकू का सेवन है। इनमें से ही कैंसर के मरीज भी सामने आ रहे हैं। तंबाकू छोड़कर इस बीमारी से बचा जा सकता है। -डॉ. अभिनव डागर, फेफड़े रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कालेज करनाल।