- लैपटॉप बैटरी आधारित इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बार चार्ज करने पर करता है 70 किलोमीटर का सफर तय
- 21 हजार की लागत में वेस्ट मटीरियल से हकेवि के विद्यार्थियों शिक्षकों ने किया कमाल
महेंद्रगढ़ @ कानोड न्यूज | हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों व शिक्षकों की टीम ने एक ऐसा इलेक्ट्रिक स्कूटर तैयार किया है जो एक बार चार्ज करने पर 70 किलोमीटर तक का सफर सरपट तय कर सकता हैं। लैपटाप की बैटरी से चलने वाले इस थ्री सीटर इलेक्ट्रिक स्कूटर को मात्र एक घंटा दस मिनट की अवधि में किसी भी सामान्य इलेक्ट्रिक प्लग के माध्यम से चार्ज कर उपयोग में लाया जा सकता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार ने कहा कि आज के समय में जब पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास जारी है आवश्यक है कि हम ऐसे इनोवेशन करें जो कि प्रदूषण की समस्या के निदान में मददगार हो और विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग के शिक्षकों व विद्यार्थियों द्वारा तैयार इलेक्ट्रिक स्कूटर मित्रा ऐसा ही एक प्रयास है। कुलपति ने कहा कि हमारे स्कूटर से 25 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से एक बार में तीन व्यक्ति एक साथ यात्रा कर सकते हैं। मात्र 21 हजार रूपये की लागत में वेस्ट मेटीरियल से तैयार यह स्कूटर प्रदूषण रहित पर्यावरण हितैषी उत्पाद है।
थ्री सीटर इलेक्ट्रिक स्कूटर मित्रा के बारे में जानकारी लेते विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थी अभिषेक शर्मा, आदर्श तिवारी, भुख्या वामशी, मुज्जखीर अली खान, फैजान अशरफ और शिक्षक डॉ. मुरलीधर नायक भुख्या व डॉ. सुधीर कुमार की टीम द्वारा तैयार इस इलेक्टिक स्कूटर के संबंध में आवश्यक पेंटेंट इत्यादि की प्रक्रिया विश्वविद्यालय के स्तर आरंभ कर दी गई हैं। डॉ. मुरलीधर नायक भुख्या ने इस खोज हेतु कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार, डीन प्रो. फूल सिंह, विभाग के शिक्षक प्रो. अजय बंसल और विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार दुबे का उनके सहयोग व मार्गदर्शन के लिए आभार जताया।
डॉ. मुरलीधर ने बताया कि मित्रा पर्यावरण का मित्र है और वेस्ट मेटीरियल से तैयार इस स्कूटर को मात्र 21 हजार रूपये की लागत में ही तैयार कर लिया गया है स्कूटर के माध्यम से एक समय में तीन लोग आसानी से यात्रा कर सकते है और इतना ही नहीं यह स्कूटर आप घर में या पार्किंग में उपलब्ध किसी भी सामान्य इलेक्ट्रिसिटी प्लग से चार्ज कर सकते हैं। इस टीम के अन्य सदस्य डॉ. सुधीर बताते है कि इस स्कूटर को यदि इंडस्ट्री के स्तर पर बडे़ पैमाने पर तैयार किया जाता है तो इसकी लागात को और कम कर पाना संभव होगा और इसके माध्यम से भारी संख्या में उपलब्ध वेस्ट मेटीरियल को भी उपयोग में लाया जा सकता हैं।
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो. फूल सिंह ने शिक्षकों व विद्यार्थियों की इस खोज पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि अवश्य ही यह उत्पाद पर्यावरण में वाहनों के माध्यम से होने वाले प्रदूषण का समाधान उपलब्ध कराता है। मित्रा को एक बार चार्ज करने पर 70 किलोमीटर तक की यात्रा की जा सकती है यानी इसके माध्यम से हम अपनी रोजमर्रा की आवश्यकता से जुड़ी स्थानीय यात्रा बिना किसी प्रदूषण के कर सकते हैं।