चंडीगढ़ । कांग्रेस नेता राहुल गांधी 1 हफ्ते के अमेरिका के दौरे पर हैं। वे यहां अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं। इस दौरान हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हज़ारों साथियों सहित भाग लिया एवं अमेरिका के कोने कोने से आए भारत वासियों को संबोधित किया। इस मौके दीपेंद्र हुड्डा ने राहुल गांधी को गुलाबी पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने राहुल गांधी के साथ ट्वीटर पर भी तस्वीरे शेयर की है।
दरअसल अगले साल हरियाणा में राज्य विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी गतीविधियां तेज कर दी है। हालांकि ये खबर बहुत समय से चली आ रही है कि हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी कलह है । बतां दे कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र को पार्टी के चेहरे के रूप में उभराने के लिए तैयार कर रहे हैं। अपनी पार्टी के प्रतिद्वंद्वियों को ऐसा संदेश देने के लिए, दीपेंद्र हुड्डा संयुक्त राज्य अमेरिका में राहुल गांधी की राह पर चलते हुए देखा गया है। माना जा रहा है इसी के चलते राहुल गांधी को दीपेन्दर हुड्डा में गुलाबी रंग की पगड़ी पहनाई है।
क्या है गुलाबी पगड़ी को लेकर खास
गुटों से भरी हरियाणा कांग्रेस में, अलग-अलग गुटों द्वारा अपनी-अपनी ताकत को आलाकमान के सामने पेश करने के लिए रंगो का उपयोग किया जाता है। ऐसा एक बार अप्रैल 2015 में हुआ था। दरअसल कांग्रेस की विभिन्न राज्य इकाइयों ने 56 दिनों के लंबे ब्रेक के बाद राहुल की वापसी को चिह्नित करने के लिए नई दिल्ली में एक रैली की थी। उस समय, भूपेंद्र हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष अशोक तंवर, तत्कालीन एलओपी किरण चौधरी और कप्तान अजय सिंह यादव से एकतरफा खेल में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा था। इस रैली से पहले, दीपेंद्र ने अपने गुट से जुड़े पार्टी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उन्हें भूपिंदर के समर्थन के निशान के रूप में गुलाबी पगड़ी पहनकर इसमें भाग लेने के लिए कहा था। हुड्डा के आह्वान पर प्रतिक्रिया देते हुए तंवर ने अपने समर्थकों से रैली में गांधी टोपी पहनने को कहा।
हुड्डा खेमें के लिए खास है ये गुलाबी पगड़ी
वहीं सितंबर 2016 में, कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक किसान सम्मान रैली आयोजित की, जहाँ हुड्डा के समर्थकों ने कथित तौर पर तंवर के साथ मारपीट की, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उस बैठक में हुड्डा खेमे के सदस्यों ने जहां गुलाबी पगड़ी पहनी थी, वहीं तंवर के समर्थकों ने लाल पगड़ी पहनी थी।
हुड्डा के विरोधियों को दिखाने का प्रयास
राहुल गांधी को गुलाबी पगड़ी पहनाना और कुछ नहीं बल्कि उनके वफादारों और समर्थकों और यहां तक कि उनके विरोधियों को यह दिखाने का प्रयास था कि राहुल हु्ड्डा के पक्ष में है। हालांकि, उनके प्रतिद्वंद्वी खेमे ने हालांकि ऐसे दावों को खारिज कर दिया।इससे उन्हें (हुड्डा को) थोड़ी आत्मसंतुष्टि मिल सकती है, लेकिन आने वाले महीनों में क्या होने वाला है यह तो वक्त ही बताएगा।