महेंद्रगढ़ । महेंद्रगढ़ जिले के गांव नंगल हरनाथ में बिजली कर्मचारी के साथ मारपीट की गई है। दरअसल एक व्यक्ति और उसका भतीजा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यालय में अपनी पत्नी के नाम बिजली कनेक्शन लेने के लिए आए, जो बिजली विभाग के नियमानुसार सही नहीं था।
कर्मचारी के मना करने पर उसके साथ कार्यालय में ही गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। कर्मचारी अपनी ड्यूटी के बाद घर जा रहा था तो रास्ते में 15-20 व्यक्तियों ने उससे मारपीट की। हवा में गोली चलाई और उसके हजारों रुपए छीन लिए, जिसकी शिकायत कर्मचारी ने पुलिस में दी। पुलिस ने धारा 148,149, 341, 323, 427, 506 IPC के तहत मामला दर्ज किया है।
आरोपियों द्वारा तोड़े गए कार के शीशे।
बाइक और कारें अड़ाकर रोका रास्ता
गांव बोहका निवासी रमेश कुमार ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि वह सिटी सब डिवीजन महेंद्रगढ़ में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) में कंज्यूमर क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। वह 4 अगस्त को कार्यालय बंद होने के बाद शाम करीब 5:45 बजे अपनी कार से अपने घर गांव बोहका आ जा रहा था। जब वह गांव मेघनवास की नहर के पास पहुंचा तो अचानक उसकी गाड़ी के आगे एक काले रंग की स्कॉर्पियो, कैंपर और 8-10 मोटर साइकिल अड़ा दी गईं। इसके बाद 15 से 20 व्यक्ति गाड़ी और बाइक से उतर कर अपने हाथों में लाठी-डंडे सरिया व रॉड लेकर आए और उसकी कार पर हमला कर दिया। उन्होंने उसे कार से उतारकर पीटा।
मामले की जानकारी देता पीड़ित रमेश।
गांव में घुसकर अपनी जान बचाई
रमेश के अनुसार, आरोपियों में 2 व्यक्ति रतन सिंह निवासी गांव नंगल हरनाथ और उसका भतीजा थी। रतन सिंह अपने हाथ में पिस्तौल लिए हुए था। उसने 5 से 5 राउंड फायर किए। उसे जान से मारने की धमकी दी और उसकी कार भी तोड़ दी। उसके शरीर पर वार किए। उसने अपनी कार को नहर के साथ-साथ कच्चे रास्ते पर गांव मेघनवास की तरफ भगा ली और गांव में घुस कर अपनी जान बचाई। गांव में काफी लोग एकत्रित हो गए। वे लोग गांव वालों को देखकर वापस भाग गए और बोल रहे थे कि आज तो बच गया, आगे जान से मार देंगे। इस मारपीट में उसके 80 हजार रुपए छीन लिए गए। इलाज के लिए उसे कनीना के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
रिश्वत देकर कनेक्शन लेने की कोशिश
रमेश ने बताया कि 4 अगस्त को रतन सिंह व उसका भतीजा कार्यालय में आए। वह अपनी पत्नी के नाम बिजली कनेक्शन मांग रहा था, जो बिजली विभाग के नियमानुसार सही नहीं था। वह उसको 20 से 30 हजार रुपए रिश्वत देकर बिजली का कनेक्शन लगवाना चाह रहे थे, लेकिन रमेश ने उसे कनेक्शन देने से मना कर दिया तो उन्होंने कार्यालय में ही गाली-गलौज और बहस की। उसे जान से मारने की धमकी देने लगे, जिसकी उसने मेल के द्वारा सिटी थाने में शिकायत की। इसी बात की रंजिश रखते हुए मुझ पर जानलेवा हमला किया गया। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।