महेंद्रगढ़ । महेंद्रगढ़ में श्रीराम फाइनेंस लिमिटिड उप शाखा कनीना में तत्कालीन शाखा प्रबंधक और शाखा टीम लीडर की आईडी पासवर्ड हैक कर कंपनी को 11 लाख 63 हजार 696 रुपये का फर्जीवाड़ा करने का प्रयास किया। हैकर ने फर्जी रसीद जनरेट करके कंपनी के आठ लोनधारकों के खातों में उक्त राशि को जमा दिखा दी। इसका खुलासा दो महीने जांच के बाद हुआ। अब कंपनी प्रबंधक राजकुमार ने वीरवार को कोर्ट में इश्तगासा दायर किया। कोर्ट के आदेश पर कनीना शहरी पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई आरंभ कर दी है। यह मामला कोर्ट के आदेश पर किया गया है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड, उप शाक्षा कनीना के वर्तमान शाखा प्रबंधक राजकुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 04 जून 2023 को अलग-अलग समय पर 11 लाख 63 हजार 696 रुपये की फर्जी नगद रसीद जनरेट करके कम्पनी के आठ लोनधारकों के खातों में जमा दिखाया गया है। उपरोक्त 8 ट्रांजेक्शन की तत्कालीन शाखा प्रबंधक अनिल कुमार के मोबाइल नंबर पर एमएमएस प्राप्त हुआ था। जब शाखा टीम लीडर रिंकू सैनी से यह जानकारी ली तो उसने बताया कि उसने ऐसी कोई ट्रांजेक्शन नहीं की है। 04 जून को रविवार होने के कारण कार्यदिवस भी नहीं था।
जब उपरोक्त ट्रांजेक्शन को चैक किया तो पाया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक अनिल कुमार व शाखा टीम लीडर रिंकू सैनी के आईडी पासवर्ड को हैक करके प्रयोग करके उपरोक्त ट्रांजेक्शन दर्शाये गये हैं। इस धोखाधड़ी की सूचना तत्कालीन शाखा प्रबंधक अनिल कुमार ने अपने उच्च अधिकारियों को दी। शाखा स्तर पर भी इस मामले की जांच-पड़ताल की गई और पाया कि कंपनी के खातों में कोई भी नगद लेन-देन या रुपये जमा नहीं हुआ बल्कि फर्जी रसीदें बनाकर भिन्न-भिन्न खातों में पैसा जमा किया जाना दर्शाया गया है।
कम्पनी के आई टी विभाग के अधिकारियों द्वारा सॉफ्टवेयर से जांच करने पर इसका पता लगा। वहीं जिन लोनधारकों के खातें में यह राशि जमा की गई थी, उन्होंने भी लोन की राशि जमा नहीं करवाने की हामी भर ली है। प्रबंधक का कहना है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आईडी पासवर्ड व कम्प्यूटर को हैक धोखाधड़ी की नीयत से कम्पनी को कंपनी को नुकसान पहुंचाने और उपरोक्त व्यक्तियों को नाजायज लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया है। । इसकी लिखित शिकायत कनीना शहरी पुलिस को दी गई थी लेकिन पुलिस ने पैसे की ट्रांजेक्शन होने की बात कहकर कार्रवाई करने से मना कर दिया था। इसके बाद प्रबंधक ने कोर्ट में इश्तगासा दायर किया । कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।