रेवाड़ी में 2 युवकों से 13.80 लाख ठगे, एक को SI तो दूसरे को इनकम टैक्स में जॉब दिलाने का दिया था झांसा

रेवाड़ी । हरियाणा के रेवाड़ी में 2 युवकों के साथ 13 लाख 80 हजार रुपए की धोखाधड़ी हो गई। दोनों के साथ जॉब दिलाने के नाम पर गिरोह ने फ्रॉड किया। एक को हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर और दूसरे को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था।

धोखाधड़ी करने वालों में झज्जर डीसी ऑफिस में कार्यरत दो कर्मचारी भी शामिल है। सिटी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पहले रोहित को जाल में फंसाया
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर की सती कॉलोनी निवासी रोहित सैनी ने बताया कि उसने BSC, MSC की हुई है। उसकी महेन्द्रगढ़ के गांव गढ़ी निवासी अंकित से अच्छी जान-पहचान थी। रोहित के मुताबिक, अंकित झज्जर डीसी ऑफिस में कार्यरत था।

वर्ष 2021 में अंकित ने उसे बताया कि हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर की जॉब निकली हुई है। उसके कुछ जानकार है, जो सब इंस्पेक्टर की नौकरी लगवा सकते है। नौकरी लगवाने की एवज में रोहित से 10 लाख रुपए मांगे गए।

1.80 हजार रुपए एडवांस दिए
रोहित ने अंकित के साथ 10 लाख रुपए में सौदा करते हुए सब इंस्पेक्टर की नौकरी के लिए फार्म भर दिया और 55 हजार रुपए अंकित को बैंक अकाउंट से बतौर एडवांस दिया। इसके बाद आरोपी ने उससे और पैसों की डिमांड की तो उसने 1 लाख 25 हजार रुपए कैश दे दिए। साथ ही बचे हुए पैसे ऑफर लेटर मिलने के बाद देने की बात की।

कई महीनों तक जब उसे नौकरी से संबंधित कोई लेटर नहीं मिला तो रोहित ने अंकित से संपर्क किया। अंकित ने जवाब दिया कि अभी नौकरी पर रोक लगी हुई है, जैसे ही रोक हटेगी तो वह नौकरी लगवा देगा।

दोस्त से 12 लाख रुपए ठगे
इसी बीच रोहित के दोस्त रामबास निवासी प्रवीण की उससे मुलाकात हुई। अगस्त 2022 में आरोपी अंकित ने प्रवीण को कानपुर स्थित इनकम टैक्स ऑफिस में नौकरी दिलाने की बात कहते हुए 10 लाख रुपए मांगे। प्रवीण ने रोहित के मार्फत आरोपियों से 10 लाख रुपए दे दिए। इसी बीच झज्जर डीसी ऑफिस के ही एक और कर्मचारी संजय से आरोपी अंकित ने मिलवाया।

साथ ही रोहतक के रहने वाले अर्जुन व राहुल से भी मुलाकात कराई। पैसे लेने के बाद आरोपी उसे कानपुर लेकर गए। वहां उसे इनकम टैक्स का ऑफिस दिखाया गया। उसे कुछ कागजात भी दिए। यहां कानपुर में उसकी विकास, सुमित व संदीप नाम के व्यक्तियों से मुलाकात कराई गई।

आरोपियों ने उसे भरोसा दिया कि जल्द ही उसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी मिल जाएगी। इसके बाद आरोपियों ने 2 लाख रुपए संदीप नाम के व्यक्ति के खाते में प्रवीण से ट्रांसफर करा लिए। काफी समय बीतने के बाद भी जब दोनों को नौकरी नहीं मिली तो वह आरोपियों से संपर्क करने लगे।

पैसे देने से किया मना
पहले तो आरोपी जल्द नौकरी दिलाने की बात कहते रहे, लेकिन जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो देने से ही मना कर दिया। इसके बाद रोहित व अंकित ने पुलिस को शिकायत दी। सिटी पुलिस ने रोहित की शिकायत पर आरोपी अंकित, संजय, अर्जुन, राहुल, सुमित, विकास व संदीप के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

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