आज के समय की अधिकतर जनसंख्या इंटरनेट पर आश्रित है। बच्चों से लेकर बड़े लोगों तक का काम फोन के बिना नहीं होता, क्योंकि समय के साथ सब कुछ डिजिटल होता जा रहा है। देश अपनी प्रगति की ओर बढ़ रहा है। जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, वैसे ही सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान दोनों हैं। जहां लोग यूट्यूब चैनल व अन्य सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सरकारी और गैर-सरकारी जानकारी एकत्र करते हैं और उनके द्वारा बताई गई जानकारियों को सुनकर पढ़कर आगे का काम करते हैं।
सरकार अपने हिसाब से समय-समय पर छात्रों, लड़कियों, किसानों आदि के लिए स्कीम निकालती रहती है। लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाने के लिए सरकार सोशल मीडिया का उपयोग करती है, क्योंकि देश की ज्यादातर जनसंख्या सोशल साइट का उपयोग करती है। कई साइट खबरों को लेकर गलत इंफॉर्मेशन लोगों तक पहुंचाती है। जिसकी वजह लोग सही और गलत में फर्क नहीं कर पाते और भ्रमित हो जाते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब के ??????????? ???? चैनल पर तरह-तरह के दावे किए गए हैं। इन दावों में भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और फैसलों से संबंधित विषयों के बारे में जानकारी दी गई है। आपको बता दें कि इस चैनल की हर एक वीडियो फर्जी है इसका खंडन खुद PIB Fact Check द्वारा किया गया है।
PIB Fact Check ने इस चैनल की हर एक वीडियो का फैक्ट चेक जिसके बाद यह पता चला कि ??????????? ???? नाम के YouTube चैनल पर भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और फैसलों से संबंधित बताई गई बातें गलत हैं, उसके बाद भी इस चैनल के ?.?? मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर व ?? करोड़ से ज्यादा व्यूज हैं।
जिसके बाद भारत सरकार द्वारा फर्जी खबर फैलाने वाले 8 YouTube चैनलों को बंद कर दिया है। इन चैनलों के नाम कैपिटल टीवी, केपीएस न्यूज, सरकारी व्लॉग, अर्न टेक इंडिया, एसपीएन9 न्यूज, एजुकेशनल दोस्त और वर्ल्ड बेस्ट न्यूज है।