MAHENDERGARH : महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास पर खर्च होंगे 16 करोड़ 59 लाख रुपये

  • 55 लाख की लागत रेलवे स्टेशन पर कोच इंडक्शन, डिजिटल बोर्ड व एलईडी लाइट लगाने का काम हुआ शुरू
  • 8.97 करोड़ की लागत से 12 मीटर चौड़े पैदल पुल का किया जाएगा निर्माण

महेंद्रगढ़ । अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों के लिए 16 करोड़ 59 लाख रुपये की लागत से मास्टर प्लान तैयार किया गया है। चरणबद्ध तरीकों से इन कार्यों का निष्पादन किया जाएगा।

बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से देश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर सुविधा बढ़ाने का निर्णय लिया है। अमृत योजना के तहत बीकानेर मंडल के 15 रेलवे स्टेशन पर विभिन्न निर्माण किए जाएंगे। वहीं महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा महेंद्रगढ़, भिवानी, चरखी दादरी व नारनौल रेलवे स्टेशन को भी इस योजना में शामिल किया गया है। पिछले दिनों सांसद धर्मबीर सिंह ने रेलवे के अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन का दौरा भी किया था।

प्रथम चरण में छह करोड़ 51 लाख रुपये की लागत के कार्य कराए जा रहे हैं। इन कार्यों में सर्कुलेटिंग क्षेत्र में यातायात संचालन में सुधार और हरित पट्टी विकसित करना तथा समर्पित पार्किंग स्थान के साथ सर्कुलेटिंग क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, स्टेशन भवन के अग्रभाग में सुधार और प्रकाश व्यवस्था के उन्नयन कार्य, वीआईपी कमरे और नए शौचालय ब्लॉक का प्रावधान, आधुनिक फिटिंग के साथ मौजूदा शौचालय ब्लॉकों का नवीनीकरण, प्लेटफॉर्म शेल्टर का प्रावधान और मौजूदा प्लेटफॉर्म शेल्टरों की जीआई शीट का प्रतिस्थापन, मौजूदा स्टेशन भवन का नवीनीकरण, सौंदर्य की दृष्टि से बेहतर चारदीवारी के साथ अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार का प्रावधान आदि कार्य शामिल हैं। स्टेशन भवन में पोर्च का प्रावधान भी किया जाएगा।

जून 2024 में काम होगा पूरा

इन कार्यों के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। सभी कार्य जून 2024 तक पूर्ण होने की संभावना है। इन कार्यों के साथ ही महेंद्रगढ़ स्टेशन पर कोच गाइडेंस सिस्टम, ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड, जीपीएस आधारित घड़ियां, आउटडोर वीडियो डिस्प्ले यूनिट, टीवी तथा स्पीकर्स का भी प्रावधान इस योजना के अंतर्गत किया गया है। जिन पर लगभग 55 लाख रुपये का व्यय होगा। साथ ही 12 मीटर चौड़े पैदल पुल का भी प्रावधान किया गया है जिसकी लागत लगभग आठ करोड 97 लाख है।

वर्ष 1942 में चली थी पहली ट्रेन

बता दें कि वर्ष 1936 में रेवाड़ी-बीकानेर रेलवे लाईन के सर्वे का काम शुरू हुआ था। एक साल बाद वर्ष 1937 में सर्वे का काम पूरा हुआ। वर्ष 1940 में रेवाड़ी से बीकानेर तक मीटर गेज लाइन बिछाई गई थी तथा वर्ष 1942 में दिल्ली से बीकानेर तक पहली मीटर गेज ट्रेन का संचालन किया गया था। वहीं वर्ष 2008 में मीटर से ब्राड गेज लाइन बिछाई गई थी। इसके बाद वर्ष 2020 में रेवाड़ी से सादलपुर तक इलेक्ट्रिक लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था तथा वर्ष 2021 में इलेक्ट्रिक लाइन पर ट्रायल किया गया था, लेकिन अभी तक इस रूट इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हो पाया हैं।

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