चेन्नई से मुंबई तक, फरीदाबाद से भोपाल तक… देश के हर कोने से एक नए तरीके के स्कैम के मामले मिल रहे हैं। SBI समेत आधा दर्जन बैंकों को इसके लिए अलर्ट जारी करना पड़ा। इस नए स्कैम का नाम है- कूरियर स्कैम।
एक साल में कूरियर स्कैम के 250 से ज्यादा मामले तो अकेले बेंगलुरु में सामने आए हैं। पुणे शहर की साइबर सेल ने 2023 में ‘कूरियर घोटाले’ से जुड़े 7 केस दर्ज किए हैं। चेन्नई पुलिस ने पिछले एक महीने में कूरियर स्कैम से जुड़े कम से कम 30 केस दर्ज किए हैं।
ऑनलाइन खरीदारी के इस दौर में लोग आसानी से इसका शिकार बन रहे हैं। यहाँ हम जानेंगे कूरियर स्कैम के कुछ केस, ठगने का तरीका और बचाव के उपाय…
केस-1: पार्सल कैंसिल करने के लिए OTP मांगा और खाते से सारे पैसे निकाल लिए
नवंबर 2022 की बात है। नजफगढ़ के पंकज सिंह के पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि वह पार्सल लेकर आया है और बिल्डिंग के नीचे खड़ा है। पंकज हैरान थे, क्योंकि उन्होंने कुछ भी ऑर्डर ही नहीं किया था। डिलिवरी ब्वॉय ने पंकज से कहा कि ऑर्डर ‘पे ऑन डिलिवरी’ है। मतलब पार्सल लेने के लिए पेमेंट करना होगा।
पंकज ने पैसे देने से इनकार कर दिया और कहा कि ऑर्डर कैंसिल कर दो। डिलीवरी ब्वॉय ने किसी कस्टमर केयर को फोन लगाया और पंकज से उसकी बात कराई। कस्टमर केयर ने कहा कि आप ऑर्डर कैंसिल कर सकते हैं, इसके लिए आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। इसके बाद उसके नंबर पर एक OTP भेजा गया। पंकज ने कस्टमर केयर को कॉल पर ही OTP बता दिया।
फोन वापस डिलिवरी ब्वॉय को देकर पंकज अपने घर लौट आया। पंकज के वापस घर लौटते ही उसके फोन पर एक नोटिफिकेशन आया। यह नोटिफिकेशन उसके बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए जाने को लेकर थे। जब तक पंकज को ठगी का पता चला, उसके खाता खाली हो चुका था। पंकज ने पुलिस में इसकी लिखित शिकायत दी।
केस-2: पार्सल में अवैध सामान होने की बात कहकर ठगे ₹1.94 लाख
10 अगस्त 2023 को भोपाल के शाहपुरा निवासी गुरवीर सिंह बेंगलुरु के लिए रवाना होने वाले थे। इसी समय एक अनजान नंबर से उन्हें कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि गुरवीर के नाम से एक पार्सल आया है, जिसमें गैर-कानूनी सामान है। खुद को एक इंटरनेशनल कूरियर कंपनी का कर्मचारी बताते हुए शख्स ने पुलिस को इसकी जानकारी देने की बात कही।
जब गुरवीर ने ऐसा कोई पार्सल आने से इनकार किया तो उस शख्स ने कॉल साइबर सेल और नारकोटिक्स ब्यूरो में ट्रांसफर करने की धमकी दी। उसने तुरंत कॉल दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया।
कुछ देर बाद फोन पर एक शख्स ने खुद को साइबर पुलिस अधिकारी बताते हुए गुरवीर के खाते से करीब 1 लाख रुपए से ज्यादा अवैध ट्रांजेक्शन की बात कही और अवैध काम करने का आरोप लगाया।
गुरवीर इन स्कैमर की बातों से डर गया। वह साइबर अधिकारी बन बात कर रहे शख्स से कार्रवाई नहीं करने की रिक्वेस्ट करने लगा। साइबर अधिकारी बने शख्स ने गुरवीर को अवैध ट्रांजेक्शन जितना पैसा खाते में भेजने पर कार्रवाई नहीं करने का भरोसा दिया। गुरवीर ने दो ट्रांजेक्शन में 1.94 लाख रुपए स्कैमर के अकाउंट पर ट्रांसफर कर दिए। पैसा ट्रांसफर होते ही आरोपियों ने अपने मोबाइल ऑफ कर लिए।
गुरवीर ने जब ये सारी बातें अपने पिता जगमोहन सिंह बताई, तब ठगी का ये मामला उजागर हुआ। जगमोहन सिंह ने भोपाल के साइबर क्राइम थाने में 18 अगस्त 2023 को केस दर्व करवाए। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
केस-3: 300 रुपए की लिपिस्टिक ऑर्डर करने पर 1 लाख ठगे
2 नवंबर 2023 को नवी मुंबई की एक महिला डॉक्टर ने 300 रुपए का एक लिपिस्टिक ऑनलाइन ऑर्डर किया। दो दिन बाद उसके पास मैसेज आया कि उसका पार्सल डिलीवर हो गया है, जबकि ऐसा नहीं था। महिला ने जब इसकी ऑनलाइन शिकायत की तो उसे मैसेज भेजकर बताया गया कि कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव जल्द उनसे संपर्क करेंगे।
कुछ देर बाद महिला को एक कॉल आती है। उसे कहा जाता है कि पार्सल होल्ड हो गया है। 2 रुपए पेमेंट करने के बाद उसका ऑर्डर भेजा जाएगा। पेमेंट के लिए एक लिंक महिला के व्हाट्सऐप नंबर पर भेजा जाता है। जैसे ही महिला लिंक पर क्लिक करती है, उसके मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड हो जाता है।
इसके बाद महिला का फोन हैक हो जाता है। 2 रुपए पेमेंट करने के लिए महिला जो भी पासवर्ड टाइप करती है, स्कैमर को उसका पता चल जाता है। एक सप्ताह बाद 9 नवंबर को महिला के पास बैंक से एक मैसेज आता है। इसमें लिखा होता है कि उसके खाते से 95 हजार रुपए निकाले गए हैं। महिला कुछ समझ पाती तभी एक और मैसेज आता है, जिसमें 5000 रुपए ट्रांसफर किए जाने की बात लिखी होती है।
जब महिला को ठगे जाने का अहसास होता है तो पुलिस में वह शिकायत दर्ज करवाती है। अब पुलिस महिला की शिकायत पर इस मामले में जांच कर रही है।