सोनीपत । जिले के 212 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर और संसाधनों के प्रयोग की जांच करने के लिए अधिकारियों की टीमें निरीक्षण के लिए पहुंची। दिनभर स्कूल में रहकर पूरी दिनचर्या का निरीक्षण किया, जिसमें प्रार्थना सभा में ड्रम पर होने वाली पीटी से लेकर स्कूलों में लैब की जांच भी शामिल है। इस दौरान विद्यार्थियों से बातचीत भी की।
शिक्षा विभाग की तरफ से राजकीय स्कूलों में स्कूलों की स्थिति सुधारने और शिक्षा स्तर को ऊपर उठाने के लिए करीब तीन माह में दूसरी बार अधिकारियों की टीम स्कूलों का निरीक्षण कर रही है। स्कूलों में प्रतिदिन ड्रम पर पीटी होती है या नहीं, यह जांचने के लिए ड्रम पर पीटी करवाई जाएगी। शैक्षणिक स्तर जांचने के लिए विद्यार्थियों से लैब में कार्य कराया जाएगा। सभी टीमों को प्रफोर्म दिए गए हैं, जिन्हें अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट के साथ जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे।
शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम के तहत किया निरीक्षण
बता दें कि कुछ समय पहले ही शिक्षा विभाग ने शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के 212 स्कूलों का एक साथ निरीक्षण करवाया था। उस दौरान पंचकूला से शिक्षा निदेशालय के साथ ही प्रदेश भर से शिक्षा अधिकारियों की टीमें गठित कर निरीक्षण किया गया था। अब उसी तर्ज पर जिलास्तर पर 212 टीमें गठित की गई हैं। जो अपने से दूसरे खंड के स्कूलों में जाकर निरीक्षण करेंगी। एक टीम एक स्कूल में जाएगी और व्यवस्थाओं का जायजा लेगी।
टीम ने ये करी जांच
विद्यार्थियों से विषय संबंधित प्रश्न पूछे गए, स्कूलों में बनाई गई लैब के रखरखाव की जांच की, लैब में विद्यार्थियों के कार्य करने की जानकारी जुटाई, विद्यार्थियों से लैब में कार्य कराकर देखा गया, स्कूलों को दी गई खेल किट के प्रयोग की जांच की, सेट के परिणाम का मूल्यांकन किया, स्कूल में शिक्षक व विद्यार्थियों की उपस्थिति की जांच की, प्रार्थना सभा में ड्रम पर पीटी कराई जा रही है या नहीं, इसकी जांच की। साथ ही परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए बोर्ड कक्षाओं की करवाई जा रही तैयारियों का मूल्यांकन किया।
शैक्षणिक स्तर को सुधारने के लिए किया निरीक्षण
जिला शिक्षा अधिकारी नवीन गुलिया ने बताया कि राजकीय स्कूलों में शैक्षणिक स्तर को सुधारने और संसाधनों का का प्रयोग जांचने के लिए शुक्रवार को मेगा निरीक्षण करवाया गया। इसके लिए 212 टीमों का गठन किया गया। यह टीमें जिले के 212 स्कूलों में गई और दिन भर स्कूल में ही रहकर विभिन्न स्तर पर जांच की।