उपायुक्त ने किया जल संग्रहण के कार्यों का निरीक्षण

  • 8.45 लाख क्यूबिक मीटर पानी रोकने की क्षमता रखेगा मूसनौता का बांध
  • लगभग डेढ़ किलोमीटर की घाटी होगी पानी से लबालब
  • लगभग 4.95 वर्ग किलोमीटर केचमेंट एरिया होगा उपचारित
  • आवश्यकता पड़ने पर सिंचाई कार्यों में भी प्रयोग होगा पानी

नारनौल , कानोड़ न्यूज । आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में जल शक्ति अभियान के तहत जिला के गांव मूसनौता में बन रहा पक्का बांध आसपास के कई किलोमीटर के क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। लगभग  5.11 करोड की लागत से बन रहा यह पक्का बांध 8.45 लाख क्यूबिक मीटर पानी रोकने की क्षमता रखेगा। इसी संबंध में बुधवार शाम उपायुक्त डॉ जय कृष्ण आभीर ने जिला में जल संग्रहण के कार्यों का निरीक्षण किया।

डीसी ने आज सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ आगामी बरसात के सीजन को देखते हुए नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र में नारनौल डिवीजन द्वारा कराए जा रहे जल संग्रहण के लिए पक्का चेक डैम एवं मिट्टी के पक्के बांधों को स्टोन पीचिंग करके पक्के किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। 

इस दौरान सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता इंजि.नितिन भार्गव ने बताया कि बरसाती पानी का संचयन करने के लिए मूसनौता की पहाड़ियों के बीच सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा पूर्व में बनाए गए बांधों का नवीनीकरण करके स्टोन पीचिंग द्वारा पक्का निर्माण किया जा रहा है ताकि अधिक बरसात होने की स्थिति में इन बांधों को नुकसान न हो और ज्यादा से ज्यादा बरसाती पानी को इकट्ठा किया जा सके तथा भूमिगत जल स्तर में सुधार हो सके।

उन्होंने बताया कि गांव मूसनौता में दो पक्के बांध बनवाये जा रहे हैं। इन पर 1.81 करोड रुपए की लागत खर्च होने का अनुमान है। इसी प्रकार गांव गोलवा व मूसनौता की पहाड़ियों के बीच पक्का चेक डैम का निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य पर लगभग 5.11 करोड की राशि खर्च होने का अनुमान है। इस प्रस्तावित चेक डैम में लंबाई तलहटी में 34 मीटर व ऊपरी स्तह की लंबाई 84 मीटर होगी। वहीं चेक डैम की नीचे से चौड़ाई 18 मीटर तथा ऊपर की चौड़ाई 2 मीटर तथा प्रस्तावित चेक डैम की ऊंचाई जमीनी स्तह से 16 मीटर का प्रावधान किया गया है। इस चेक डैम को सीमेंट क्रंकीट, शॉट क्रिटिंग, वायस मैस, वायर क्रेटस एवं रोक बोल्टिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बांध में गांव गोलवा एवं मूसनौता का डेढ़ किलोमीटर लंबे नाले का पानी इकट्ठा किया जाएगा तथा इस कार्य से लगभग 4.95 वर्ग किलोमीटर केचमेंट एरिया भी उपचारित होगा।

 इस चेक डैम में बरसात के सीजन में अधिकतम पानी उपलब्ध होगा जिसका अधिकतम डिस्चार्ज 19.21 क्यूबीक मीटर प्रति सेकंड प्रस्तावित है। इस बांध में पानी रोकने की क्षमता 845000 क्यूबिक मीटर है। इस कार्य का निर्माण होने के बाद भूमिगत जल स्तर में अभूतपूर्व वृद्धि होने का अनुमान है। इतना ही नहीं इस कार्य के पूरा होने के बाद आवश्यकता के समय सिंचाई कार्य में भी इस पानी प्रयोग किया जा सकेगा। इसके लिए एक हजार मिलीमीटर व्यास का पाइप लगाने का भी प्रावधान है। इस पानी से जंगली जानवरों एवं पक्षियों को भी पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा। 

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त डा जेके आभीर ने उपस्थित गांववासियों से भी चर्चा की तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्य की गति बढ़ाने की आवश्यकता है। कार्य की निर्धारित समय अवधि 6 माह निश्चित है लेकिन बरसात से पहले-पहले इस कार्य को पूरा किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा फायदा क्षेत्र के लोगों को मिल सके।

  उपायुक्त ने इस जगह के चयन एवं कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए संतोष प्रकट किया तथा विभाग के अधिकारियों को निर्देश भी दिया कि इस प्रकार की अन्य जगहों का भी निरीक्षण करें ताकी ज्यादा से ज्यादा जल संग्रहण के क्रियाकलापों का निर्माण हो सके ताकि क्षेत्र के लोगों को भरपूर लाभ मिल सके इस। इस मौके पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा गांव मूसनौता के ग्रामीण उपस्थित थे।

One thought on “उपायुक्त ने किया जल संग्रहण के कार्यों का निरीक्षण

  1. आदरणीय उपायुक्त महोदय,इसी प्रकार की व्यवस्था निम्बी गांव के पहाड़ के साथ भी की का सकती है पहाड़ की लंबाई 1 किलोमीटर से भी ज्यादा है ।को गांव दुलोठ अहीर की सीमा से शुरू होकर गांव Budeen की सीमा तक है।पहाड़ के साथ लगभग 1किलोमीटर चोड़ी ग्राम पंचायत की भूमि लगती है जिसे बनी भी कहते है । जहां पर बहुत बड़ा डेम/झील बनाई जा सकती है।इसी बनी के साथ 2500 एकड़ में रिजर्व फॉरेस्ट भी लगता है। To check the feasibility of the project,आप मौके का मुआयना कर सकते है ।यह महेंद्रगढ़ की future generations के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।Thanks and obliged

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