कुछ दिन बाद शारदीय नवरात्र शुरू हाेंगे। इस बार के नवरात्र शुभ माने जा रहे हैं। इसका कारण है कि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी। नवरात्र पूजन के बाद हाथी से ही वापस लौटेंगी। आचार्य जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्र बेहद खास माने जा रहे हैं, क्योंकि इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं।
इसके साथ ही इस बार नवरात्र की शुरुआत सोमवार के दिन से होगी। धार्मिक मान्यता है कि रविवार और सोमवार के दिन नवरात्रि की शुरुआत होने पर मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आने को शुभ माना गया है।
ये भी माना जाता है कि अगर मां हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो वे अपनी साथ खुशियां और सुख-समृद्धि लाती हैं। हाथी का ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है। इससे देश में आर्थिक समृद्धि आएगी। ज्ञान का विकास होगा। मां दुर्गा 5 अक्टूबर को हाथी पर ही प्रस्थान करेंगी।
9 दिन होती है पूजा-अर्चना
मान्यता है कि इन 9 दिन भक्तों पर कृपा बरसाने के लिए मां धरती पर रहती हैं। शास्त्रों के अनुसार इन दिनों मां की आराधना, व्रत, पूजा-पाठ आदि किया जाता है। सच्ची श्रद्धा और पूरी भक्ति के साथ मां की उपासना आदि करने से मां अम्बे की कृपा से भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं।
मां दुर्गा के हर वाहन का अलग महत्व
मां दुर्गा के वाहन घोड़े, भैंस, डोली, मनुष्य, नाव और हाथी होते हैं। इसमें मां दुर्गा का नाव और हाथी पर आना ही शुभ संकेत माना गया है, बाकि सभी अशुभ संकेत देते हैं। अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इनमें 9 दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस बार शारदीय नवरात्र की शुरुआत 26 सितंबर से हो रही है। 5 अक्टूबर तक हैं। 9 दिन मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।