डीसी मोनिका गुप्ता ने मिशन टीबी फ्री हरियाणा वैन को दिखाई हरी झंडी

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त है डिजिटल एक्स-रे मशीन 
  • टीबी का तुरंत पता लगाएगी सीबी-एनएएटी मशीन 
  • अगले ढाई साल तक जिला महेंद्रगढ़ के हर गांव और व्यक्ति को करेगी कवर
  • सरकारी और निजी क्षेत्र के चिकित्सक संस्थान मिलकर करेंगे हरियाणा को टीबी मुक्त : डीसी मोनिका गुप्ता

महेंद्रगढ़ @ कानोड न्यूज | उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने आज लघु सचिवालय के प्रांगण से मिशन टीबी फ्री हरियाणा के तहत द मेडिसिटी हॉस्पिटल की ओर से चलाए जाने वाली वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन अगले ढाई साल तक जिला महेंद्रगढ़ के हर गांव और हर व्यक्ति को कवर करेगी।

इस मौके पर डीसी ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश को क्षय रोग से मुक्ति दिलाने के लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ रही है। इसे और अधिक गति देने के लिए बड़े चिकित्सा संस्थानों का भी सहयोग लिया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि यह वैन सबसे पहले अटेली खंड के गांवों को कवर करेगी। इसके बाद अन्य खंड को भी कवर किया जाएगा। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य घर-घर जाकर टीबी के मरीजों का पता लगाना है ताकि उसे हरियाणा सरकार की योजना के तहत इलाज मुहैया करवाया जा सके।

उपायुक्त ने बताया कि इस वैन में एक डिजिटल एक्स-रे और सीबी-एनएएटी मशीन और अन्य डायग्नोस्टिक्स लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस में लगी डिजिटल चेस्ट एक्स- मशीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त है। वातानुकूलित बस में मरीजों की जांच करके तुरंत टीबी के संबंध में पता लगाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस वैन में मेदांता अस्पताल की तरफ से हेल्थ वालंटियर तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा वर्कर भी मौजूद रहेंगी।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के अभियान के तहत राज्य सरकार ने देशभर में सबसे पहले हरियाणा को पूरी तरह से टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र के चिकित्सक संस्थान व डॉक्टर मिलकर हरियाणा को टीबी मुक्त करने के लिए कार्य करेंगे।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र आर्य, डिप्टी सीएमओ डॉ हर्ष चौहान, आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ एसएस यादव, डॉ राजकुमार शर्मा, मेदांता से डॉ अमित, गौरव भारद्वाज के अलावा डीपीएम संदीप कुमार व भूपेंद्र कुमार मौजूद थे।

टीबी से संबंधित परामर्श के लिए टीबी फ्री सहायता नंबर 9050330977 पर करें डायल

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि टीबी को लेकर हम सभी को सतर्क रहना चाहिए। अगर थोड़े से भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत छाती का एक्स-रे, विशेषज्ञ परामर्श एवं बलगम जांच कराई जानी चाहिए जो सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को लगातार 2 सप्ताह से अधिक खांसी है। लगातार बुखार आ रहा है। बलगम में खून आ रहा है तथा व्यक्ति का वजन लगातार घट रहा है तो टीबी हो सकती है। इसकी तुरंत जांच करवाई जानी चाहिए इसके लिए टीबी फ्री सहायता नंबर भी जारी किया गया है कोई भी नागरिक 9050330977 पर डायल कर सकता है।

मरीज बरतें ये सावधानियां

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि टीबी को फैलने से रोकने के लिए मरीज को हमेशा सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि परिवार के अन्य सदस्य को बीमारी ना लगे।

उन्होंने बताया कि टीबी को फैलने से रोकने के लिए मरीज़ हमेशा रुमाल से मुंह ढक कर खांसें और छीकें। इधर उधर न थूकें। लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह लेकर जांच करवाएं। टीबी के इलाज के दौरान बीमारी से लड़ने की शक्ति के लिए स्वस्थ आहार लें।

निक्षय पोषण योजना के लाभार्थियों को किट बांटे

उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने आज लघु सचिवालय में निक्षय पोषण योजना के लाभार्थियों को किट बांटे। जिला की आईएमए द्वारा 140 टीबी मरीजों को इस योजना के तहत प्रति माह खाद्य सामग्री का किट दिया जाता है। डीसी ने आज टोकन स्वरूप 4 लाभार्थियों को किट बांटे तथा शेष के घर भिजवाए।

उपायुक्त ने बताया कि जिला में विभिन्न सामाजिक संगठन भी निक्षय मित्र बने हुए हैं। वे भी लगातार हर माह लाभार्थियों के घर किट भिजवा रहे हैं।

डीसी ने बताया कि निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत भारत सरकार टीबी मरीज़ों को स्वस्थ आहार के लिए 500 प्रति माह का आर्थिक प्रोत्साहन देती है। यह सहायता उपचार पूरा होने तक जारी रहती है।

इस योजना का लाभ लेने के लिए मरीज़ का भारत सरकार की निक्षय योजना का सदस्य होना अनिवार्य है। 

टीबी के लिए स्वस्थ आहार

डिप्टी सीएमओ डॉ हर्ष चौहान ने बताया कि टीबी के मरीज के लिए उचित खुराक जरूरी है। इसमें मुख्य रूप से दालें, अनाज, दूध और दूध से बने पदार्थ, तेल और घी, रोटी, चावल, मूंगफली, अमरूद और केले जैसे फल आदि शामिल हैं।

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