गुरुग्राम @ कानोड़ न्यूज । हरियाणा के गुरुग्राम शहर में एक विवाहिता ने 2 पेज का सुसाइड नोट पति के नाम लिखकर फंदा लगा लिया। वह अपनी जिंदगी से इतना परेशान हो चुकी थी कि उसे अपने 6 महीने के बच्चे का ख्याल भी नहीं रहा कि उसके जाने के बाद उसका ध्यान कौन रखेगा? महिला ने अपनी परेशानी भरी जिंदगी की पूरी कहानी लिखी और बाथरूम में गीजर पर झूल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर केस दर्ज कर लिया है।
सुसाइड नोट में महिला ने लिखा…
तुम्हे आज तक मुझमें सिर्फ कमियां ही दिखी हैं, कभी अच्छाई दिखी ही नहीं, न कभी मुझसे बैठकर मेरा दर्द पूछा है। कभी पास बैठकर मेरा दर्द नहीं सुना। अब मैं थक चुकी हूं इस परेशानी भरी जिंदगी से। अब बर्दाश्त नहीं होता, इसलिए जा रही हूं। इसके अलावा और भी बहुत कुछ महिला ने 2 पेजों पर लिखा।

मृतका बबीता द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट का एक पेज।
एक नोट भाई को, दूसरा पति को मिला
मृतका ने आत्महत्या से पहले 2 पन्नों का जो सुसाइड नोट लिखा था, उसका एक पेज उसके भाई राहुल के हाथ लगा और दूसरा पति ललित को मिला। राहुल ने एक पेज पुलिस को सौंप दिया, लेकिन जब ललित से दूसरा पेज मांगा गया तो वह बदल गया। उसने कहा कि पेज कहीं गिर गया है।
2 साल पहले हुई थी ललित से शादी
मृतका की पहचान गुरुग्राम में सेक्टर-7 निवासी बबीता के रूप में हुई। वह गाजियाबाद के राज नगर में की बेटी थी। 2 साल पहले बबिता की शादी गाजियाबाद के ही शालीमार गार्डन में रहने वाले ललित राजपूत से हुई थी। बबीता का 6 महीने का बच्चा भी है। वह बीते कुछ महीनों से अपने पति के साथ गुरुग्राम के सेक्टर-7 में रह रही थी। मृतका के भाई के अनुसार, बबीता गोल्ड मेडलिस्ट थी। PHD की हुई थी और डॉक्टरेट थी। इतनी समझदार और पढ़ी लिखी होने के बावजूद वह दर्द सहन करती रही।
करीब एक साल से दर्द बर्दाश्त कर रही थी
बबीता के भाई राहुल के अनुसार, तकरीबन एक साल से उसके साथ बदसलूकी की जा रही थी, जिसके चलते परेशान होकर ही उसने आज ऐसा कदम उठाया। वहीं पुलिस के अनुसार, एक तरफ जहां मृतका बबीता के परिवार वाले अपनी बेटी को इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राहुल की शिकायत पर मृतका के पति ललित समेत ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बबीता का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को दे दिया गया है।

अस्पताल में शव लेने के इंतजार में खड़े परिजनों ने पुलिस को सारी कहानी सुनाई।
सुसाइड से पहले बुलाया था भाई को
मृतका बबीता के भाई राहुल चौहान की मानें तो झगड़ा होने पर उसने मुझे बुलाया था। वह दोपहर 12 बजे गाजियाबाद से गुरुग्राम पहुंचा, लेकिन तब तक बात काफी बढ़ चुकी थी। राहुल ने माहौल को जैसे तैसे शांत करना चाहा, परंतु बबीता का पति ललित हमेशा की तरह लगातार उस पर दबाव बनाने को कोशिश कर रहा था। बातचीत होने के बाद जब बबीता अपने कमरे में गई तो उसने उस कमरे में अपनी परेशान भरी जिंदगी की पूरी कहानी 2 पन्नों पर लिख कर आत्महत्या कर ली।
राहुल के अनुसार, जब काफी देर तक बबीता बाहर नहीं आई तो कमरे में जाकर देखा। बबीता ने अपने आप को बाथरूम में बंद कर रखा था। बार-बार बोलने के बाद भी दरवाजा नहीं खोलने पर राहुल ने दरवाजा तोड़ा तो उसके पैरों तले जमीन निकल गई। बबीता गीजर से लटकी हुई थी। राहुल ने बबीता को आनन फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद राहुल ने अपने परिजनों को बुलाया और पुलिस को शिकायत दी।