नारनौल @ कानोड़ न्यूज । पेयजल की बर्बादी पर अंकुश लगाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन अब गांव-गांव जाकर पेयजल कनेक्शनों की निगरानी करेगा।
मुख्यालय द्वारा हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्य अभियंता राजीव बातीश ने सभी कार्यकारी अभियंता व जिला सलाहकारों को निर्देश देते हुए बताया कि विभाग की टीमें व ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्य मिलकर गांव-गांव में पेयजल संरक्षण के लिए अभियान चलाएं।
गर्मी के मौसम में पेयजल की मांग में बढौतरी होती है। जो उपभोक्ता पेयजल की बर्बादी करता है उस वजह से गांव के अन्य कुछ लोगों के पास पेयजल नहीं पहुंच पाता है। इसलिए पेयजल की बर्बादी करने वाले, पेयजल को दूषित करने वाले उपभोक्ताओं को विभाग की टीमें घर-घर जाकर नलों पर टोंटी लगाने के लिए प्रेरित करें व पेयजल की बर्बादी करने वालों को विभागीय नोटिस भी जारी करें। जो उपभोक्ता नोटिस के बाद भी पेयजल की बर्बादी नहीं रोकता है व अपना नल कनेक्शन पर टोंटी नहीं लगाता है तो ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्हित कर नल कनेक्शन भी काटे जाएं।
इसके अलावा उन्होंने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति व ग्राम सरपंचों से भी आग्रह किया कि वे अपने-अपने गांव में पेयजल की बर्बादी को रोकने के लिए मुनादी करवाएं, नलों पर टोंटी लगाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही पेयजल दूषित ना हो इसके लिए गंदी नाली में पड़े कनेक्शनों को भी ठीक करवाएं। मैन पाइपलाइन लीकेज को ठीक करवाने के लिए विभाग के टॉल फ्री नंबर 18001805678 पर शिकायत भी दर्ज करवाएं।
इस मौके पर राज्य सलाहकार लक्ष्मी कांत भाटिया, राज्य सलाहकार कामेश शर्मा, कार्यकारी अभियंता नितिन मोदी, जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा, जिला परियोजना संयोजक अंकुर सहित अन्य जिलों के कार्यकारी अभियंता व जिला सलाहकार उपस्थित थे।
जिला महेन्द्रगढ में पेयजल की बर्बादी करने वालों को दिया जाएगा नोटिस
कार्यकारी अभियंता नितिन मोदी ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की टीम को गांव-गांव में विजिट करने के लिए लगा दिया गया है। वॉसो की टीम पेयजल की बर्बादी करने वालों को चिन्हित कर संबंधित उपमंडल अभियंता के माध्यम से उन्हें नोटिस प्रदान करेगी। इसके अलावा ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का गठन कर गांव में हर घर को पेयजल मिले इसके लिए कमेटी सदस्यों के साथ मिलकर गांव की विजिट भी करेगी।
जिलें में अभी तक 158 ग्राम पंचायतों की ग्राम जल एवं सीवरेज समितियों का पुनर्गठन किया जा चुका है। शेष ग्राम पंचायतों के सरपंच व ग्राम सचिव भी अपनी अपनी ग्राम पंचायतों की ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का गठन कर विभाग को सूचित करें।