चंडीगढ़ @ कानोड न्यूज | सरकार की हरियाणा को एनीमिया मुक्त करने की पहल के बीच चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) द्वारा संचालित एनीमिया मुक्त हरियाणा अभियान के तहत एक साल में तीन बार साप्ताहिक कैंपों का आयोजन किया किया है। इसमें की गई ब्लड जांच में 57.8 फीसदी बच्चों, महिलाओं व अन्य वर्ग में खून की कमी मिली है।
इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि 54% लोगों का इलाज शुरू करना पड़ा यह हालात तब हैं, जब सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में मिड-डे मील में बच्चों और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं के आहार पर एक हजार करोड़ रुपए से हर साल खर्च कर रही है।
बड़ा कारण- खान-पान में दूध-दही पर जोर, आयरन पर नहीं
इंडियन मेडिकल एसो. ) के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. प्रभाकर शर्मा ने कहा, दूसरे राज्यों से हरियाणा का खानपान बेहतर कह सकते हैं, पर यहां दूध-दही पर जोर रहता है। इससे कैल्शियम की कमी तो नहीं होगी, पर खून बढ़ाने के लिए जरूरी आयरन नहीं मिल पाता।