चंडीगढ़ @ कानोड न्यूज | राष्ट्रीय राइफल्स के पूर्व महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल बीएस रंधावा का गुरुवार सुबह चंडीगढ़ में निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे और पिछले महीने अस्पताल में भर्ती हुए थे। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र रहे जनरल रंधावा की नियुक्ति 1960 में सिख रेजिमेंट की पहली बटालियन में हुई थी।
एक युवा लेफ्टिनेंट के रूप में उन्होंने 1962 के चीन-भारत युद्ध में नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (एनईएफए) के तोंगफेंगला में लड़ाई लड़ी। 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी। बाद में उन्होंने सिख लाइट इन्फैंट्री की चौथी बटालियन की कमान संभाली। अपने कॅरियर के दौरान उन्होंने कई प्रमुख कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियों को संभाला।
राष्ट्रीय राइफल्स के प्रमुख के रूप में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी माहौल में बल की तैनाती, संचालन और प्रशासन की देखरेख की जिम्मेदारी भी निभाई। उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत किया गया था।
सेवानिवृत्ति के बाद वह चंडीगढ़ में बस गए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। दोनों बेटे अमेरिका में रह रहे हैं। बड़े बेटे ने सेना में सेवाएं दीं हैं। लेफ्टिनेंट जनरल रंधावा का अंतिम संस्कार उनके पुत्रों के आने के बाद 11 जून को चंडीगढ़ में ही किया जाएगा।