महेंद्रगढ़ @ कानोड न्यूज । राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सेहलंग का भवन जाने के तीन वर्ष बाद शुक्रवार को उसका शुभारंभ किया गया। पिछले तीन वर्षों से कक्षाएं शुरू नहीं किए जाने से भवन बदहाली की कगार पर पहुंच गया था। इसको लेकर अमर उजाला ने 31 मई को सेहलंग में दखिला, तीन साल से महेंद्रगढ़ में कक्षाएं शीर्षक खबर पर मुद्दा उठाया था। जिम्मेदारों ने खबर पर संज्ञान लेते हुए वीरवार को सेहलंग आईटीआई का रिबन काटकर शुभारंभ कर दिया।
सेहलंग के आसपास करीब 25 गांवों के 500 से अधिक युवा प्रशिक्षण लेने के लिए महेंद्रगढ़ या फिर भोजावास आईटीआई में 25 से 30 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर हो रहे हैं। लोक निर्माण विभाग पिछले तीन वर्षों से भवन को आईटीआई को हैंडओवर नहीं कर पाया है, जिसके कारण पिछले तीन सालों से आईटीआई की कक्षाएं तक शुरू नहीं हो पाई थीं। ऐसे में सेहलंग आईटीआई में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की कक्षाएं महेद्रगढ़ में लगाई जा रही थीं। विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वीरवार को रिबन काटकर आईटीआई का शुभारंभ कर दिया गया है।
इन सीटों पर होगा दाखिला
सेहलंग आईटीआई में चार ट्रेड फिटर, कोपा, वेल्डर, इलेक्टि्रशियन की 88 सीटें निर्धारित की गई हैं। इन पर सेहलंग गांव के आसपास के विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे। गांव गुढ़ा, पोता, स्याना, नौताना, गाहड़ा, झाड़ली उन्हानी, अगिहार, पाथेड़ा, खेड़ी-तलवाना, धनौंदा, बवाना, बसई, आकोदा सहित 25 से अधिक गांव आते हैं। ऐसे में सेहलंग आईटीआई में कक्षाएं शुरू होने से युवाओं को महज 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में भी प्रशिक्षण मिल पाएगा।
पिछले तीन साल से भवन बनकर तैयार था। बस कुछ खामियाें के कारण कक्षाएं शुरू नहीं हो पा रही थीं। वीरवार को आईटीआई का शुभारंभ किया गया। नए सत्र में कक्षाएं शुरू करवाई जाएंगी।
– विनोद खनगवाल, प्राचार्य आईटीआई सेहलंग