Haryana Monsoon Update : हरियाणा में इन दिनों गर्मी ने अपना प्रचंड रूप अख्तियार कर रखा है। आज रविवार रात को प्री-मानसून (Pre-Monsoon) की बारिश होने की पूरी संभावना है। प्री मानसून की बारिश 30 जून तक लगातार रहेगी। उत्तराखंड में मानसून के आने के बाद हरियाणा में जुलाई के प्रथम सप्ताह में मानसून प्रवेश कर जाएगा। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है।
पिछले कई दिनों से प्रदेश में कई जगह तो हल्की बारिश हुई लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में गर्मी ने अपना रौद्र रूप अख्तियार कर रखा है। आमतौर पर जून महीने में प्री मानसून की बारिश हो जाती है। इस बार मौसम विभाग के सारे दावे धरे रह गए। रविवार को यहां का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बार अप्रैल व मई माह के मौसम को देखते हुए नहीं लग रहा था कि जून में इतनी गर्मी पड़ेगी जबकि आश्चर्यजनक रूप से तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच ही घूम रहा है। आईएमडी ने पिछले कई दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश व मौसम ठंडा होने की संभावना जताई थी लेकिन हरियाणा के एक छोर में बारिश होती रही तो दूसरे छोर में तापमान 40 के पार दिखा।
प्रदेश में मौसम विभाग के अनुसार 25 जून रविवार रात से 30 जून तक अधिकांश जिलों में मौसम बदल जाएगा। इस दौरान हवाओं के साथ कहीं-कहीं प्री-मानसून बारिश आने की उम्मीद जताई गई है। कुछ क्षेत्रों में अच्छी बारिश भी हो सकती है। यमुनानगर से लेकर वाया कुरूक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद, सिरसा तक एरिया को पैडी बैल्ट के तौर पर जाना जाता है। जहां से 15 जून से धान की बिजाई शुरू हो चुकी है। इन क्षेत्रों में किसानों को अब पानी की अत्यंत आवश्यकता है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अब बरसात नहीं होती तो धान की फसल को नुकसान हो सकता है। इस समय धान की बिजाई तेजी पर है। ऐसे में प्री मानसून की बरसात होती है तो यह सोने पर सुहागा होगा।
प्रदेश में 25 जून रविवार रात से प्री-मानसून की बरसात होने के आसार है। 26-27 जून को भी बरसात हो सकती है। यह मौसम 30 जून तक रहेगा। इस दौरान तापमान में गिरावट आएगी। कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है। उत्तराखंड में मानसून के प्रवेश के बाद यह हरियाणा में दस्तक देगा। जुलाई के प्रथम सप्ताह तक हरियाणा में मानसून आ जाएगा। –डॉ. एमएल खिचड़, अध्यक्ष, कृषि मौसम विज्ञान विभाग, एचएयू हिसार