फैला आक्रोश, अब दक्षिण अफ्रीका में पुलिस बर्बरता का वीडियो आया सामने

केपटाउनः दक्षिण अफ्रीका में एक वीडियो सामने आने के बाद आक्रोश फैल गया है, जिसमें सादी वर्दी में पुलिस अधिकारी एक कार से व्यक्ति को बाहर निकालकर उसके सिर पर पैरों से वार करते दिख रहे हैं, जिसके बाद वह व्यक्ति बेहोश हो जाता है। इस घटना ने देश में पुलिस बर्बरता की समस्या की ओर एक बार फिर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। अधिकारी दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति पॉल मेशेटाइल की सुरक्षा टीम में शामिल हैं। मेशेटाइल के कार्यालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सप्ताहांत में हुई घटना के वीडियो में अधिकारी एक व्यक्ति को सड़क पर घसीटते हुए और फिर उसके सिर व शरीर के अन्य हिस्सों पर लातें मारते हुए दिख रहे हैं। इनमें से कुछ अधिकारियों के हाथों में राइफल हैं।

ऐसा प्रतीत होता है कि हमले के बाद व्यक्ति बेहोश हो गया और अपनी पीठ के बल लेट गया। अधिकारियों को एक अन्य व्यक्ति को लात मारते हुए भी देखा गया, जो खुद को बचाने के लिए अपने सिर पर हाथ रखे हुए दिखाई दे रहा है। दक्षिण अफ्रीका में पुलिस पर अनावश्यक बल प्रयोग का आरोप लगता रहा है। मेशेटाइल के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि घटना जोहानिसबर्ग में हुई। बयान में कहा गया है कि मेशेटाइल “विशेष रूप से निहत्थे नागरिकों के खिलाफ अनावश्यक बल प्रयोग की निंदा करते हैं।” यह वीडियो एक और कार में सवार व्यक्ति ने बनाया और फिर उसे ट्विटर पर डाल दिया।

घटना के बाद पुलिस अधिकारी काले रंग की दो गाड़ियों में सवार होकर रवाना हो जाते हैं। इस घटना को लेकर आक्रोश फैलने के बाद राष्ट्रीय पुलिस की प्रवक्ता ब्रिगेडियर एथलेंडा माथे ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि पुलिस अधिकारियों की पहचान कर ली गई है “और उनके खिलाफ आंतरिक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।” माथे ने कहा कि पुलिस ने घटना के पीड़ित का भी पता लगा लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। माथे ने भी 45 सेकेंड्स का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया है।

इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था, “पुलिस अधिकारियों को प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए…इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता।” हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि घटना किस कारण हुई। दक्षिण अफ्रीका में पुलिस बर्बरता एक समस्या रही है। बर्बरता की ऐसी ही एक भयावह घटना 2012 में आई थी, जब पुलिस ने वेतन और शर्तों को लेकर एक हड़ताल के दौरान राइफल से गोली चलाकर 34 खनिकों को जान से मार दिया था। 2020 में हुई एक और चर्चित घटना में सैनिकों ने एक व्यक्ति की उसके घर में पुलिस के सामने पीट-पीटकर हत्या कर दी।  

NEWS SOURCE : punjabkesari

Leave a Reply

Show Buttons
Hide Buttons
error: Content is protected !!