नई दिल्ली । सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने नए वर्ष के पहले ही दिन शुरू हो रही 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) और गाइडलाइन जारी कर दिए हैं। स्कूल प्रिंसीपलों को इस एसओपी के जरिए कई निर्देश व जानकारियां भी बोर्ड की ओर से दी गई हैं।
बता दें कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी से 14 फरवरी तक कंपलीट करने बारे स्कूलों को कहा गया है। इससे पहले सीबीएसई ने रेगुलर सेशन वाले स्कूलों और विंटर स्कूलों के लिए अलग-अलग प्रैक्टिकल परीक्षा और इंटरनल असेसमेंट की तारीखें जारी की थीं। कंट्रोलर ऑफ एगजामिनेश डा.संयम भारद्वाज द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा के मार्क्स एक साथ अपलोड करने बारे कहा गया है वहीं परीक्षा का शैडयूल शुरू होने की तारीख से शुरू होकर संबंधित कक्षा की आखिरी तारीख तक पूरा होना चाहिए। बोर्ड ने साफ कहा कि स्टूडैंटस के अंक अपलोड करते समय टीचर्स किसी तरह की लापरवाही न बरतें अनयथा इन अंकों में सुधार करने का दोबारा मौका नहीं दिया जाएगा।
बोर्ड ने कहा है कि कक्षा 10वीं के लिए बोर्ड प्रैक्टिकल बुकलैट प्रदान नहीं करेगा। इसके लिए स्कूलों को अपनी व्यवस्था स्वयं करनी होगी। एक बार परीक्षा खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स की प्रैक्टिकल आंसर सीट को क्षेत्रीय कार्यालय में भेजने की जरूरत नहीं होती है।बोर्ड खास सब्जेक्ट्स में प्रैक्टिकल परीक्षा और प्रोजेक्ट असेसमेंट के लिए बाहरी एग्जामिनर की नियुक्ति करेगा। ड्यूटी असाइंड लोगों के लिए भुगतान इंटीग्रेटेड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा, जब तक कि अन्यथा निर्देश न दिया गया हो। यही नहीं यदि स्कूल बोर्ड के निर्देशों का पालन करने में विफल रहते हैं तो बोर्ड प्रैक्टिकल पेपर रद्द करने का फैसला भी ने सकता है। वहीं अगर किसी स्टूडेंट का नाम सब्जेक्ट लिस्ट से गायब है तो स्कूलों को तुरंत रिजनल आफिस में संपर्क करना होगा।