नारनौल । मांगों को लेकर जिले के नर्सिंग स्टाफ ने अपने आंदोलन के दूसरे दिन शनिवार को काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट किया। नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन की जिला प्रधान सुशीला कौशिक ने कहा कि एसोसिएशन के आह्वान पर 15 से 20 दिसंबर तक जिले सहित प्रदेशभर में नर्सिंग स्टाफ ने प्रथम चरण का आंदोलन शुरू किया है।
शुक्रवार को प्रदेशभर में सीएमओ के माध्यम से मांग पत्र सौंपे गए हैं। वहीं दूसरे दिन शनिवार को नर्सिंग स्टाफ ने काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी करनी शुरू की है जो हर रोज ऐसे ही जारी रहेगी। यदि प्रथम चरण के विरोध के बाद भी सरकार ने नर्सिंग स्टाफ की मांगों व समस्याओं के प्रति सकारात्मक रूख नहीं अपनाया तो सभी संगठन सामूहिक निर्णय लेकर आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत करेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए रोगियों की जीवन रक्षा के अपने लक्ष्य को मद्देनजर रखते हुए हर पल सेवा भाव से अपने कर्तव्यों का पालन करने वाला प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत नर्सिंग अमला आज अपनी मांगों व समस्याओं का समाधान करवाने के लिए विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
कोरोना काल के संकट की घडी में अपने खुद के जीवन के साथ-साथ अपने सगे संबंधियों के जीवन की परवाह किए बिना निर्भीकता से एक साथ दो-दो चुनौतियों (रोगियों का इलाज करना व खुद को संक्रमण से बचाना) का सामना करते हुए अपने कर्तव्यों का पालन सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर किया था। जिसकी केंद्र व राज्य सरकार ने भी मुक्त कंठ से प्रशंसा की थी, लेकिन उसी नर्सिंग अमले की मांगों व समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते इस स्टाफ को आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर होना पड़ा है।
